Dhanbad – दो-दो डैम होने के बावजूद जनता प्यासी है। इलाके में पानी का अंबार है फिर भी लोगों तक पीने का साफ पानी तक नहीं पहुंच पाया है। लोगों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। आलम यह है कि लोगों को पानी निकालने के लिए बंद पड़े कोयला खदान से रिसने वाली पानी को निकालकर लाना पड़ रहा है। यहां की जनता कई बार जनप्रतिनिधियों से पानी की व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग कर रहे हैं पर यह अभी तक पूरा नहीं हुआ है थक हारकर पूरी जनता ही धरने पर बैठ गई और पानी नहीं तो वोट नहीं का नारा लगा रही है।
निरसा के गोपीनाथपुर पंचायत की है घटना
यह सारा मामला धनबाद के निरसा की बताई जा रही है। निरसा विधानसभा के गोपीनाथपुर पंचायत के बाउरी टोला एवं आदिवासी टोला में लगभग 2500 लोगों की आबादी है परंतु ग्रामीणों को पीने और अपने दैनिक उपयोग के लिए नदी के पानी एवं इसीएल की बंद पड़ी चाल से टपकने वाले गंदे पानी पर ही निर्भर रहना पड़ता है।
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ग्रामीणों का कहना है कि हमारे यहां पास में ही दो-दो डैम है उसके बावजूद भी हमें प्रतिदिन यहाँ पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है। हमलोग अपनी जान हथेली पर रखकर चाल के नीचे अंदर घुसकर पानी की दो बूंद निकलने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
जनप्रतिनिधि पर झूठ बोलकर ठगते हैं
सरकार द्वारा अनेक प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। हम लोग सुविधाओं से वंचित है और ध्यान देने वाला कोई नहीं है। ऐसे दिन में हमारी खोज खबर लेने वाला कोई नहीं है पर जब चुनाव आता है तो जनप्रतिनिधि अनेक प्रकार के प्रलोभन देते हैं और हमसे झूठा वादा करते हैं और उन्हें पूरा करने का आश्वासन भी देते हैं।
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लेकिन जैसे ही वे चुनाव जीतते हैं उसके बाद वह अपना चेहरा तक नहीं दिखाते है। इसलिए हम लोगों ने यह प्रण किया है कि जब तक जनप्रतिनिधि हम लोग की पानी से संबंधित समस्या का समाधान नहीं करेंगे तब तक हम लोग वोट का बहिष्कार करेंगे और हम लोग वोट नहीं करेंगे।