कोलकाता : भारतीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौरान अपने कार्यों में शिथिलता बरतने के लिए दो थानेदारों का नाप दिया है। आयोग ने गाज गिराते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश जारी किया है। साथ ही उनके खिलाफ चार्जशीट भी दायर करने का आदेश दिया है। उन दोनों के स्थान पर नई तैनाती के लिए राज्य सरकार से तत्काल तीन-तीन वैकल्पिक पुलिस अधिकारियों का नाम सुझाने को कहा ताकि तत्काल उनकी इन रिक्त पदों पर तैनाती की जा सके।
चुनावी कामकाज से अलग किए गए दोनों अधिकारी
राज्य चुनाव मुख्यालय ने इस खबर की पुष्टि की है। ये दोनों ही थानेदार मुर्शिदाबाद जिले के हैं। उसी जिले में शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहुंची थीं। वहां की जनसभा में मुख्यमंत्री ने वोटिंग के लिए अपील करने के क्रम में विवादित बयान दिया था जिसने तूल पकड़ लिया है। चुनाव आयोग की कार्रवाई सीधे उस प्रकरण से संबद्ध नहीं है। आयोग के मुताबिक, चुनावी काम में शिथिलता के लिए उन दोनों पर कार्रवाई की गई है। उन दोनों को चुनावी ड्यूटी के क्रम में कुछ विशेष जिम्मेदारी दी गई थी जिसे निभाने में दोनों असमर्थ मिले हैं। तत्काल प्रभाव से दोनों को चुनाव संबंधी कामकाज से अलग कर दिया गया है।
आयोग ने शनिवार को 11 बजे तक कार्रवाई का ब्योरा तलब किया
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी को आयोग ने आदेशों के अनुपालन कराने को कहा है। आदेश के मुताबिक, मुर्शिदाबाद जिले के शक्तिपुर के थानेदार राजू मुखोपाध्याय और बेलेडांगा के थानेदार मोहम्मद जमालुद्दीन मंडल को उनके पद से तत्काल निलंबित कर दिया गया है। बीते सप्ताह इन्हीं दोनों थाना क्षेत्रों में चुनावी माहौल में कानून व्यवस्था की स्थिति उपजी थी। दंडात्मक कार्रवाई के तहत दोनों ही निलंबित पुलिस अधिकारियों को जिला पुलिस मुख्यालय में अटैच किया गया है। आयोग ने इस मामले में सभी कार्रवाई पूरी कर एवं जारी आदेशों के पालित किए जाने के संबंध में शनिवार को दिन में 11 बजे तक ब्योरा देने का निर्देश दिया है।