पटना : स्टेट बैंक आफ इंडिया (SBI) के द्वारा भाजपा को इलेक्टोरल बॉन्ड के तहत चंदा देने वालों का नाम उजागर न करने के खिलाफ कांग्रेस ने प्रदेश भर में गुरुवार को धरना-प्रदर्शन किया। बिहार के 40 संगठनात्मक जिलों और 534 प्रखंडों में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इसके अलावा राजधानी पटना के गाँधी मैदान स्थित स्टेट बैंक आफ इंडिया के मुख्य शाखा के सामने सैकड़ों कांग्रेसजनों ने बैंक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया एवं जमकर नारेबाजी की।
मालूम हो कि मोदी सरकार द्वारा राजनीतिक फंडिंग के लिए लाए गए इलेक्टोरल बॉन्ड को सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक करार दिया। एसबीआई को चंदा देने वालों का नाम सार्वजनिक करने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार एसबीआई को छह मार्च तक नाम की सूची सार्वजनिक करनी थी लेकिन भाजपा सरकार के दबाव में बैंक तीन महीने का अधिक समय की मांग कर रही है। इसी बीच लोकसभा का चुनाव होना है, इसलिए कांग्रेस इस साजिश के खिलाफ उठ खड़ी हुई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने अपने संदेश में कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड वास्तव में मोदी सरकार का एक बड़ा घोटाला है। जिसके तहत मोदी सरकार ने विरोधी दलों एवं उनको दान देनेवालों को दंडित करने की नापाक साजिश रची थी। हैरानी इस बात की है कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के बावजूद एसबीआई नाम सार्वजनिक करने से भाग रही है। साफ है कि बैंक मोदी के डर से ऐसा कर रहा है ताकि मोदी के पूंजीपति मित्रों का नाम उजागर न हो पाए। हकीकत यह है कि इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम मोदी सरकार द्वारा किया गया आर्थिक राजद्रोह है इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मांग करती है कि एसबीआई अविलम्ब भाजपा को इलेक्टोरल बॉन्ड के द्वारा करीब 20 हजार करोड़ देनेवाले सरकारी मित्रों का नाम सार्वजनिक करे।
विरोध प्रदर्शन में ब्रजेश प्रसाद मुनन, लाल बाबू लाल, कुमार आशीष, शशि रंजन, आनंद माधव, डॉ. विनोद शर्मा, अरविंद लाल रजक, मधुरेंद्र कुमार सिंह, सुमन कुमार मल्लिक, शशि कांत तिवारी, संजय यादव, धनंजय शर्मा, संजय पांडेय, उदय शंकर पटेल, सिद्धार्थ क्षत्रिय, सुधा मिश्रा, निधि पांडेय, रवि गोल्डेन, विमलेश तिवारी, सत्येंद्र कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह, गुरुदयाल सिंह, सुदय शर्मा, वशी अख्तर, विशाल झा, सरदार जगजीत सिंह, निशांत करपतने, अभय जायसवाल, धर्मेंद्र कुमार, पवन केसरी, अब्दुल वाकी सज्जन, यशवंत कुमार चमन, विशाल यादव, समीम अख्तर, धीरज कुमार, शिवनारायण सिंह, दीपक शर्मा, आदित्य पासवान, गोपाल कृष्ण, डॉ. परवेज, ललन यादव, पंकज पासवान, उमेन्द्र सिंह, शंकर झा, अशोक यादव और मो. कामरान इत्यादि मौजूद थे।
कुमार गौतम की रिपोर्ट