चतराः प्रतापपुर के गजवा पंचायत में 11000 हजार वोल्ट तार की चपेट में आने से फिर पांच पशुओं की मौत हो गई. प्रतापपुर में ये कोई पहली घटना नहीं है, बल्कि 3 महीने के अंदर यह सातवीं घटना है. वहीं बिजली विभाग की निंद अब भी नहीं खुली है.
3 महीने के अंदर यह सातवीं घटना
तार की चपेट में आने से पशुओं की मौत बिजली विभाग की लापरवाही की पोल खोल रहा है. तीन महीने पहले भी कौरा में 6 भैंसो की मृत्यु इसी बिजली की तार के चपेट में आने से हो गई थी. और उस समय भी बिजली विभाग चैन की निंद सो रहा था. स्थानीय लोगों ने कई बार प्रतापपुर पावर हाउस में इसकी शिकायत दर्ज करायी, लेकिन वहां के अफसरों ने कोई भी एक्शन नहीं लिया.
इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया. बरसात के मौसम में तार गिरने के बाद ही हादसे हो रहे हैं. स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि अगर विद्युत अधिकारी तारों का रख रखाव ठीक ढंग से करते तो इस तरह के हादसे नहीं होते.
रिपोर्ट- सोनु भारती