जमुई : झाझा नगर परिषद क्षेत्र में एक बार फिर अतिक्रमण हटाओ अभियान तेज हो गया है। झाझा के चेयरमैन संजय यादव के निर्देश पर नगर परिषद के स्वच्छता पदाधिकारी, जेसीबी मशीन, पुलिस बल और सफाईकर्मियों के साथ सड़क पर उतरे और लिस्टेड अतिक्रमण स्थलों को हटाने की कार्रवाई शुरू की। इस दौरान कई दुकानदारों की दुकानें जेसीबी से ध्वस्त कर दी गईं, जिससे स्थानीय व्यापारियों में आक्रोश फैल गया है। दुकानदारों का आरोप है कि इस कार्रवाई में भेदभाव किया गया है और आम दुकानदारों को निशाना बनाया जा रहा है। जबकि रसूखदारों के अतिक्रमण को नजरअंदाज कर दिया गया।
अतिक्रमण को लेकर झाझा थाना में शांति समिति की बैठक भी बुलाई गई थी
गौरतलब है कि अतिक्रमण को लेकर झाझा थाना में शांति समिति की बैठक भी बुलाई गई थी, जिसमें जमुई एसपी और झाझा चेयरमैन संजय यादव ने भरोसा दिलाया था कि किसी भी दुकानदार या गरीब व्यवसायी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। हालांकि, जमीनी हकीकत और पीड़ित दुकानदारों के बयानों से स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है। दुकानदारों का कहना है कि नालों और स्लैब को चुन-चुनकर तोड़ा गया है, जिससे मेन बाजार के व्यापार पर बुरा असर पड़ा है। स्थानीय जनता और दुकानदारों ने नगर परिषद से पारदर्शिता की मांग की है और चेताया है कि अगर कार्रवाई में भेदभाव जारी रहा, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
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ब्रह्मदेव प्रसाद यादव की रिपोर्ट
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