महाराष्ट्र के सत्ता संघर्ष में पहली बार बीजेपी ने प्रत्यक्ष एंट्री कर दी है।
आज देर रात पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से
मुलाक़ात कर उद्धव सरकार से फ्लोर पर बहुमत सिद्ध करने की मांग रखी।
राज्यपाल से मुलाक़ात के बाद उन्होंने कहा कि- हमलोगों ने महामहिम से कहा है कि शिव सेना
के 39 विधायक एनसीपी और कांग्रेस के साथ महाअघाड़ी सरकार में नही रहना चाहते।
जिससे स्पष्ट है कि सरकार अल्पमत में आ गयी है। फडणवीस ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल
से अनुरोध किया है कि वे मुख्यमंत्री को जल्द से जल्द फ्लोर पर बहुमत साबित करने के लिए कहें।
मंगलवार 28 जून को सुबह से ही भारतीय जनता पार्टी काफी एक्टिव नज़र आई।
उधर शिवसेना के बागी विधायकों ने भी कई दौर की बैठकें कीं। दोपहर में महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष
फडणवीस अपनी लीगल टीम के साथ दिल्ली पहुंचे और उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी
नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाक़त की।
समझा जाता है कि पक्की रणनीति तय करने के बाद ही देवेंद्र फडणवीस ने मुम्बई पहुंचकर राज्यपाल से मुलाक़ात की।
शिवसेना को आखरी उम्मीद सुप्रीम कोर्ट से है। ये उम्मीद की जा रही है कि पार्टी इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकती है।