पटना : बिहार में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) के 4500 रिक्त पदों को भरने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति ने बहाली निकाली है। इस बहाली से बिहार के जीएनएम नर्सिंग के छात्र-छात्राओं ने नाराजगी जताई है। जीएनएम अभ्यर्थियों ने स्वास्थ्य मंत्री सम्राट चौधरी से मिलकर विज्ञापन संख्या 03/2024 में बदलाव करने की मांग किया। साथ ही आम आदमी पार्टी बिहार के प्रदेश प्रवक्ता बबलू प्रकाश और युवा नेता दिव्यांशु शेखर से मदद मांगी है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि विगत चार वर्षों से नियुक्ती के इंतजार में बैठे है। उनके पाठ्क्रम में सीसीएच कोर्स शामिल नहीं है। जिसके कारण उन्हें विज्ञापन संख्या 02/2022 के नियुक्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया था। सीसीएच छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स है। राज्य सरकार के अनुमति से इग्नू के द्वारा कराई जाती है। जो कि बिहार में 2020 के बाद अबतक नही कराई गई है। बिहार से बाहर दूसरे राज्यों में जीएनएम छात्र-छात्राओं के लिए सीसीएच का कोर्स करवाया जाता है। राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के द्वारा निकाली गई बहाली में बिहार के हजारों जीएनएम अभ्यर्थी नियुक्ति प्रक्रिया में भाग नहीं ले पाएंगे क्योंकि उनके पास सीसीएच कोर्स का सर्टिफिकेट नहीं है। जिसका फायदा दूसरे राज्य के बच्चों को मिल जाएगा।
आप प्रवक्ता बबलू प्रकाश ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले डबल इंजन की सरकार के द्वारा ढोंग किया जा रहा है। रोजगार देने की नीयत होती तो जीएनएम अभ्यर्थियों से सीसीएच कोर्स का सर्टिफिकेट नही मांगती। सीसीएच कोर्स करवाने की जिम्मेदारी सरकार की है। जिसे बिहार सरकार ने 2020 से अबतक नहीं करवाया है। ऐसे में सवाल उठता जीएनएम अभ्यर्थी सीसीएच कोर्स का सर्टिफिकेट कहां से लाए ? स्वास्थ्य मंत्री सम्राट चौधरी से हमारी मांग है राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा निकाली गई विज्ञापन संख्या 03/2024 में बदलाव किया जाए और बिहार के जीएनएम छात्र-छात्राओं को भी बहाली में मौका दिया जाए।
कुमार गौतम की रिपोर्ट