Gumla: जिले में बस मालिकों और प्रशासन के बीच जारी विवाद के कारण लगातार दूसरे दिन भी बसों का परिचालन बाधित रहा। बस ओनर एसोसिएशन द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा के बाद जिले से चलने वाली अधिकांश बसें बंद रहीं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, लोहरदगा रोड की सभी बसों का संचालन जिला मुख्यालय स्थित ललित उरांव बस पड़ाव से हटाकर दुनदुरिया बस स्टैंड से शुरू किया गया था। इस फैसले से बस मालिकों में भारी आक्रोश फैल गया। 30 अक्टूबर की शाम को गुमला बस ओनर एसोसिएशन ने अनिश्चितकालीन रूप से परिचालन ठप करने का ऐलान कर दिया था।
यात्रियों में नाराजगी:
दो दिन से बसें नहीं चलने के कारण आम जनता परेशान है। शहर और ग्रामीण इलाकों में यात्रा करने वाले लोगों को निजी वाहनों या महंगे ऑटो का सहारा लेना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने कहा कि प्रशासन को आम यात्रियों की दिक्कतें देखते हुए जल्द समाधान निकालना चाहिए। कई यात्रियों ने कहा कि बसों का संचालन बंद होने से छात्रों, मरीजों और रोज़गार के लिए आने-जाने वालों को सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
बस मालिकों का पक्ष:
राज्य स्तर पर प्रदेश बस ओनर एसोसिएशन के पदाधिकारी भी गुमला पहुंचे और स्थानीय बस मालिकों के समर्थन में बयान दिया। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने बस स्टैंड बदलने का निर्णय बिना पर्याप्त बातचीत के लिया है। एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन उनकी समस्याओं को सुनने के लिए कोई पहल नहीं कर रहा है। इस बीच चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी बस मालिकों की हड़ताल का समर्थन किया है।
प्रशासन की सफाई:
इस मामले में जब एसडीओ गुमला राजीव नीरज से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि बस स्टैंड को दुनदुरिया स्थानांतरित करने का निर्णय बस ओनर एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष शिव सोनी की सहमति से लिया गया था। उन्होंने बताया कि अब अचानक बिना पूर्व सूचना के बस संचालन बंद कर देना अनुचित है। इससे आम लोगों को भारी परेशानी हो रही है।
जल्द उचित कार्रवाई की जाएगी:
एसडीओ ने यह भी खुलासा किया कि एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष से संपर्क करने पर जानकारी मिली कि बस ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष का निधन हो चुका है, लेकिन उनके लेटरपैड का उपयोग अब भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में संगठन का नेतृत्व कौन कर रहा है, यह स्पष्ट नहीं है। इसलिए प्रशासन उचित व्यक्ति से संवाद स्थापित नहीं कर पा रहा है। एसडीओ राजीव नीरज ने बताया कि वे परिवहन पदाधिकारी के साथ मिलकर पूरा मामला उपायुक्त को रिपोर्ट कर रहे हैं और जल्द उचित कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्टः अमित राज
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