Hazaribagh : हजारीबाग में आज जिला विकास समन्वय एवं मूल्यांकन समिति (DISHA) की बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में हुई। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल, विधायक और कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में जिले की विकास योजनाओं की समीक्षा तो हुई ही, साथ ही जिला परिषद की बिल्डिंग आवंटन का मामला भी सबसे ज्यादा चर्चा में रहा।
Hazaribagh : जब बिल्डिंग तैयार है तो देरी किस बात की हो रही-सांसद
सांसद मनीष जायसवाल ने जोरदार तरीके से जिला परिषद की नई तैयार बिल्डिंग के आवंटन का मुद्दा उठाया। उन्होंने अधिकारियों से सवाल किया कि जब बिल्डिंग पूरी तरह से तैयार हो चुकी है, तो आखिर किस बात की देरी हो रही है? उन्होंने साफ कहा कि एक तरफ जिले की ज़रूरतों को देखते हुए नए भवन की आवश्यकता है, वहीं दूसरी ओर खींचा-तानी के कारण बिल्डिंग का सही इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है।
सांसद ने यह भी याद दिलाया कि कोविड-19 के समय में जिला परिषद की एक बिल्डिंग को निजी अस्पताल के लिए अस्थायी तौर पर दिया गया था, ताकि मरीजों के इलाज में मदद मिल सके। लेकिन अब जब कोरोना का संकट खत्म हो चुका है, तो उस बिल्डिंग का इस्तेमाल फिर से जनता के हित में होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि इस मामले को लेकर जल्द से जल्द ठोस निर्णय लिया जाए।
Hazaribagh : जिला परिषद के फैसले पर प्रशासन काम करेगी-डीसी
बैठक में सांसद के सवालों पर हजारीबाग के उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जिला परिषद एक स्वतंत्र निकाय है और इस बिल्डिंग के उपयोग को लेकर जो भी फैसला जिला परिषद लेगी, प्रशासन उसे लागू करने का काम करेगा। यानी गेंद अब जिला परिषद के पाले में है कि वे इस बिल्डिंग को किस तरह इस्तेमाल करना चाहते हैं।
बैठक में अन्य योजनाओं की भी समीक्षा हुई। सांसद और केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों से कामकाज की जानकारी ली और कई जगहों पर देरी को लेकर नाराज़गी भी जताई। सांसद ने साफ कहा कि जनता की सुविधा और विकास योजनाओं के लिए बनी इमारतों को बेकार नहीं छोड़ना चाहिए, बल्कि उन्हें समय पर इस्तेमाल में लाना जरूरी है।
Hazaribagh : समस्याओं को जल्द दूर किया जाना चाहिए-केन्द्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी
इस दौरान अन्नपूर्णा देवी ने भी अधिकारियों से कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की जो योजनाएं चल रही हैं, उनका सीधा फायदा आम लोगों तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि अगर कहीं किसी स्तर पर समस्या है, तो उसे तुरंत दूर किया जाए।
जिला परिषद की बिल्डिंग को लेकर बैठक में भले ही कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ, लेकिन सांसद मनीष जायसवाल के सवालों ने इस मुद्दे को फिर से चर्चा के केंद्र में ला दिया है। अब सबकी निगाहें जिला परिषद पर टिकी हैं कि वे इस नई बिल्डिंग का उपयोग कब और किस तरह से तय करते हैं।
कुल मिलाकर, दिशा की बैठक ने साफ कर दिया कि हजारीबाग के विकास कार्यों को लेकर नेताओं और अधिकारियों के बीच संवाद लगातार जारी है। हालांकि, जिला परिषद की बिल्डिंग के उपयोग को लेकर लोगों की उम्मीदें अब भी बनी हुई हैं और आम जनता चाहती है कि इस पर जल्द समाधान निकल आए।
शशांक शेखर की रिपोर्ट–
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