डिजीटल डेस्क : Himanta On Hemant – उत्पाद सिपाहियों के भरती में मरने वाले युवाओं के परिवार को 1-1 नौकरी दें Hemant Soren। असम के मुख्यमंत्री और झारखंड में भाजपा के सह चुनाव प्रभारी सोमवार को अपने झारखंड दौरे पर राज्य की सत्तारूढ़ जेएमएम- कांग्रेस गठबंधन सरकार को निशाने पर लिया।
झारखण्ड में सरकारी भर्ती प्रक्रिया के दौरान आदिवासी युवाओं की मृत्यु का मसला उठाते हुए Himanta Biswa Sarma ने कहा कि भाजपा इन परिवारों को न्याय दिलाने का काम करेगी। उन्होंने प्रभावित परिवारों को 1-1 नौकरी दिए जाने की मांग की।
उत्पाद सिपाहियों की भरती के दौरान हुई मौतों पर बोले Himanta
असम के मुख्यमंत्री Himanta Biswa Sarma ने इसी कड़ी में आगे कहा कि – ‘थोड़े दिन पहले, आप लोगों को मालूम है कि उत्पाद सिपाहियों की नियुक्ति का दौर शुरू हुआ…18 युवाओं की मृत्यु हुई…
मैंने Hemant Soren जी को बताया था कि इन युवा लोगों का आपके इंटरव्यू में आकर मृत्यु हुआ…सरकार का ये दायित्व बनता है। मरने वाले युवा में आदिवासी भी है।
अगर आप आदिवासियों के लिए काम करते हो तो ये उत्पाद सिपाहियों की भरती में जो 18 युवाओँ का निधन हुआ, उनके घर में 1-1 नौकरी देने का काम कीजिए’।
Himanta का दावा – झारखंड में परिवर्तन का झलक लोगों ने दिखा दिया
झारखंड में भाजपा के चुनाव कमान को सह प्रभारी के तौर पर संभाल रहे असम के मुख्यमंत्री Himanta Biswa Sarma ने राज्य की सत्तारूढ़ गठबंधन को आड़े हाथ लिया।
Himanta Biswa Sarma ने आगे कहा कि – ‘…कम से कम आज आप लोग देख चुके हैं परिवर्तन यात्रा में…पूरा झारखंड में परिवर्तन का झलक लोगों ने दिखा दिया है। आज इतनी वर्षा हुई लेकिन कोई लोग यहां से नहीं गए।
लेकिन Hemant Soren कोई सभा करते हैं और उस सभा के लिए सरकारी लोग बुलाकर नहीं लाते हैं तो आज उनका (Hemant Soren का) सभा में कोई नहीं जाता है।
खाली सरकारी सभा ही वो (Hemant Soren) कर सकते हैं। झारखण्ड में सरकारी भर्ती प्रक्रिया के दौरान आदिवासी युवाओं की मृत्यु के बाद, जनता अब जेएमएम-कांग्रेस की सभाओं में नहीं जा रही है’।