मुंबई : मैं अपना इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं.
मेरे सामने आओ और मैं अपना इस्तीफा सौंप दूंगा.
वह इस्तीफा राजभवन ले जाओ, मैं नहीं जा सकता क्योंकि मुझे कोविड है.
मैं फिर से लडूंगा. मुझे किसी बात का डर नहीं है.
मेरे पास उन लोगों के लिए भी सभी जवाब हैं जो कहते हैं कि यह बालासाहेब की शिवसेना नहीं है.
कुछ लोग कहते हैं कि यह बालासाहेब की सेना नहीं है.
मैं शिवसेना प्रमुख का पद छोड़ने को भी तैयार हूं,
लेकिन जो लोग मुझे नहीं चाहते उन्हें मुझसे आमने-सामने बात करनी चाहिए.
उक्त बातें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जनता को संबोधित करते हुए कही.
बाल ठाकरे की शिवसेना पार्टी के हैं सभी चुने हुए नेता
फेसबुक लाइव पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को तैयार हूं,
लेकिन आप मेरे सामने आकर सब कुछ बोलिये.
एकनाथ शिंदे को सूरत जाकर बात करने की क्या जरूरत थी.
कुछ लोग यह कह रहे हैं कि यह बाल ठाकरे की शिवसेना नहीं है.
बाल ठाकरे के गुजर जाने के बाद 2014 में हम अकेले लड़े थे.
मैं पिछले ढाई साल से सीएम हूं और जितने भी नेता चुने गए हैं,
वे सब बाल ठाकरे की शिवसेना पार्टी से हैं.
टॉप 5 मुख्यमंत्रियों में मैं भी था शामिल
उन्होंने कहा कि लोग विश्लेषण कर रहे थे कि मेरा चेहरा गिरा हुआ है. ये कोरोना की वजह से है और कुछ नहीं. लंबे अरसे बाद मैं आप लोगों के सामने आया हूं, बोलने के लिए बहुत कुछ है. मेरे पास प्रशासन का अनुभव नहीं था. कोरोना जैसी चुनौती सामने आई, कोरोना से कैसे बचना है, ये बताया. उस वक्त जो सर्वे हो रहे थे, टॉप 5 मुख्यमंत्रियों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का नाम शामिल था.
शिवसेना को हिंदुत्व से अलग नहीं किया जा सकता
सीएम उद्धव ने कहा कि पिछले तीन-चार महीनों से किसी से मिलना संभव नहीं था और मैंने अभी हाल ही में लोगों से मिलना शुरू किया है. सेना और हिंदुत्व हमेशा बरकरार है. शिवसेना को हिंदुत्व से अलग नहीं किया जा सकता है और हिंदुत्व को शिवसेना से अलग नहीं किया जा सकता है. शिवसेना कौन चला रहा है? मुख्यमंत्री मिलते क्यों नहीं? मैं खुद नहीं मिल रहा था, क्योंकि मेरी सर्जरी हुई थी. मैं जब नहीं मिल रहा था, तब भी काम हो ही रहे थे.
मैंने हमेशा अपनी जिम्मेदारियों को निभाया
आपको पता है, कुछ विधायक यहां नहीं हैं. कुछ लोग फोन कर कह रहे हैं कि वे लौटना चाहते हैं और कुछ को अलग-अलग जगहों पर ले जाया गया है. एमएलसी चुनाव के बाद मैंने पूछा और देखा कि हमारे विधायक कहां हैं. मैंने हमेशा अपनी जिम्मेदारियों को निभाया है. मैं सीएम पद छोड़ने के लिए तैयार हूं, लेकिन मेरे बाद कोई शिवसैनिक ही सीएम बनेगा तो मुझे खुशी होगी. एक बार आए और वहां से फोन कीजिए कि मेरा फेसबुक देखा है. पद आते-जाते रहेंगे.
उन्होंने कहा कि सूरत या कहीं और जाने के बजाय, वे क्यों नहीं आते और मुझे मेरे चेहरे पर बताते हैं कि हम आपको अपने सीएम के रूप में नहीं चाहते हैं. अगर कांग्रेस और एनसीपी कहते हैं कि वे उद्धव को सीएम नहीं चाहते हैं तो मैं समझ सकता हूं, लेकिन आज सुबह कमलनाथ ने मुझे फोन किया, कल शरद पवार ने मुझे फोन किया और कहा कि मैं आपके साथ हूं, मुझे आप पर भरोसा है. वे मुझे चाहते हैं, लेकिन अगर मेरे अपने लोग मुझे नहीं चाहते हैं तो मैं क्या कह सकता हूं?
आप चाहते हैं तो मैं दे दूंगा इस्तीफा
उन्होंने कहा कि शिवसेना अगर फिर से सत्ता में आती है, मुझे सीएम पद स्वीकार करने में खुशी होगी, लेकिन आपको मुझे मेरी पीठ के पीछे नहीं बल्कि मुझे सामने आकर बताना होगा. फिलहाल मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं. इस तरह के पद आएंगे और जाएंगे. कई लोगों ने मुझसे कहा कि मैं उनसे परिवार के सदस्य के रूप में बात कर रहा हूं और यही मेरी असली उपलब्धि है. किसके पास नंबर हैं या नहीं, यह महत्वपूर्ण नहीं है. उन्हें नंबर कैसे मिले, यह महत्वपूर्ण है.
मैं अभी कोई ड्रामा नहीं कर रहा हूं. अगर एकनाथ शिंदे आकर बोल दें तो मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हूं. सभी एमएलए ने मेरा समर्थन किया लेकिन अपने ही लोगों ने समर्थन नहीं किया. अगर एक भी सदस्य मेरे खिलाफ वोट करता है तो यह मेरे लिए शर्मनाक है. अगर आप लोग चाहते हैं कि मैं इस्तीफा दे दूं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा.
Big breaking- आज शाम सात बजे देवेन्द्र फडणवीस लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ