नई दिल्ली : Issue Of The Day – निशिकांत दुबे ने की बंगाल और बिहार के 5 मुस्लिम बहुल जिलों को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग। लोकसभा में बृहस्पतिवार को शून्यकाल के दौरान झारखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड के संताल परगना में बदलती डेमोग्राफी का उल्लेख करते हुए एक बड़ी मांग सरकार के सामने रखी। कहा कि पश्चिम बंगाल के दो मुस्लिम बहुल जिलों (मालदा और मुर्शिदाबाद) के साथ ही बिहार के तीन मुस्लिम बहुल जिलों (किशनगंज, अररिया और कटिहार) को मिलाकर एक केंद्र शासित अंचल बनाया जाए और वहां एनआरसी चालू करें। ऐसा न कर पाएं तो पहले एक कमेटी गठित कर उल्लेखित इलाकों का दौरा करने को भेजें ताकि समस्या की जमीनी हकीकत सामने आए।
गोड्डा सांसद बोले – बांग्लादेशी घुसपैठियों के चलते संताल में बिगड़ा आबादी संतुलन
लोकसभा में अपनी बात को विस्तार से रखते हुए सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि इन पांच जिलों के चलते झारखंड के संताल परगना के जिलों आबादी का संतुलन तेजी से बिगड़ा है। मुस्लिम आबादी बेतहाशा बढ़ी है जबकि झारखंड के मूलवासी और आदिवासियों की आबादी घट गई है। इस आबादी असंतुलन की समस्या पर तुरंत ध्यान दिए जाने के साथ ही सरकार के स्तर पर अनिवार्य पहल करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के मालदा और मुर्शिदाबाद के साथ ही बिहार के किशनगंज, अररिया और कटिहार में बांग्लादेशी घुसपैठियों की के चलते आबादी संतुलन बुरी तरह गड़बड़ाया है और झारखंड के संताल परगना भी उससे अछूता नहीं है। झारखंड में आदिवासी मूलवासियों की आबादी हाल के वर्षों में 10 फीसदी कम हो गई है।
निशिकांत बोले – जेएमएम की शह पर बढ़ी संताल में बांग्लादेशियों की आबादी, घटे आदिवासी
इसी मुद्दे पर अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि झारखंड के संताल परगना के जिलों में आकर बांग्लादेशी घुसपैठियों के द्वारा आदिवासी महिलाओं से शादियां रचा रहे हैं। यह केस बढ़ रहे हैं और उसके चलते संताल में आबादी असंतुलन की स्थिति बनी है। सांसद दुबे ने कहा कि वह खुद संताल परगना से आते हैं और इसलिए क्षेत्र की इस बुनियादी और जमीनी सच्चाई से अवगत हैं। जब बिहार से अलग कर झारखंड राज्य का गठन किया गया तब आदिवासियों मूलवासियों की आबादी 36 फीसदी थी जो कि अब 26 फीसदी रह गई है। यह सब वोट बैंक की सियासत के चलते हुआ है। झारखंड में जेएमएम की सरकार संताल परगना की इस ज्वलंत समस्या के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है और उसी के चलते वहा बांग्लादेशी घुसपैठियों की तादाद में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है।
निशिकांत बोले – संताल में हिंदुओ पर हो रहा अत्याचार, झारखंड पुलिस मौन
गोड्डा सांसद निशिकांत यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और मालदा से आने वाले बांग्लादेशी संताल के हिंदुओं पर अत्याचार कर रहे हैं। सब कुछ देख और जानकर भी झारखंड की पुलिस कुछ नहीं कर रही। सांसद दुबे बोले – ‘मेरा अनुरोध है कि मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, किशनगंज औ कटिहार को मिलाकर एक केंद्र शासित अंचल गठित किया जाए। नहीं तो वहां हिंदू नहीं रह पाएंगे। एनआरसी को चालू किया जाए। कुछ नहीं कर पाएं तो कम से कम पहले वहां एक कमेटी को भेजें। धर्मांतरण और विवाह के संबंध में अनुमति लिया जाना बाध्यकर किया जाए ताकि समस्या पर तत्काल अंकुश लग सके’। इसी के साथ सांसद निशिकांत दुबे ने पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस सरकार को भी लपेटे में लिया। आरोप लगाया कि मालदा और मुर्शिदाबाद में ममता बंदोपाध्याय की पुलिस बांग्लादेशियों की घुसपैठ सुनिश्चत कराने को गांव के गांव खाली करवा दे रही है और उनकी बात गलत प्रमाणित हुई तो वह पदत्याग करने को भी तैयार हैं।
सौगत राय निशिकांत पर बिफरे, बोले – ऐसा सांप्रदायिक बयान मैंने कभी नहीं सुना
बांग्लादेशी घुसपैठियों के चलते झारखंड में बिगड़ते आबादी संतुलन और आदिवासियों – मूलवासियों की घटती आबादी वाले बयान की तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत राय ने कड़ी निंदा की है। सांसद दुबे के बयान पर बिफरते हुए उन्होंने कहा कि अपने सियासी जीवन में उन्होंने ऐसा सांप्रदायिक बयान पहले कभी नहीं सुना है। अगर वैसी बातें चलीं तो देश में एक और पाकिस्तान बन जाएगा। हम (तृणमूल वाले) इसका पुरजोर विरोध करेंगे। पश्चिम बंगाल को विभाजित करने के किसी षड़यंत्र को सफल नहीं होने देंगे।