Monday, October 27, 2025
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खरना के दिन सोन नदी में डूबे तीन युवक का शव बरामद, इलाके में मातम

Palamu: जिले से एक दुखद घटना सामने आई है। खरना पूजा के दिन सोन नदी में नहाने गए तीन युवक की डूबने से मौत हो गई। सोमवार सुबह प्रशासन और गोताखोरों की लगातार कोशिशों के बाद तीनों के शव नदी से बरामद कर लिए गए। जानकारी के अनुसार मृतकों में अंकुश पासवान (22) निवासी- शेरघाटी (बिहार), आदर्श चंद्रवंशी (22) निवासी- इटवा, नवीनगर (बिहार) और रजनीश चंद्रवंशी (23) निवासी- पोखराही (बिहार) शामिल हैं। गहरे पानी में चले गए थे तीनों युवक: रविवार को खरना के अवसर पर युवक सोन नदी में स्नान करने पहुंचे थे। इसी दौरान वे नदी के गहरे हिस्से...

चार राज्यों में SIR की आज होगी घोषणा, थोड़ी देर में चुनाव आयोग करेगा ऐलान

चार राज्यों में SIR की आज होगी घोषणा, थोड़ी देर में चुनाव आयोग करेगा ऐलान पटना : चुनाव आयोग आज से देश भर मे होने वाले विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की घोषणा करने जा रहा है। इसको लेकर आज थोड़ी देर में आयोग द्वारा ऐलान किया जाएगा। इसका असर आगे होने वाली राज्यों के चुनाव में देखने को मिल सकता है। गौरतलब हो कि अगले साल असम, तामिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और बंगाल में चुनाव होने वाले हैं। बिहार में आयोग द्वारा एसआईआर का कार्य पूरा किया जा चुका है और अंतिम सूची भी प्रकाशित हो चुकी है।28 अक्टबूर से देश भर...

कोलियरी विस्थापितों में आक्रोश, सड़क-चेकडैम निर्माण की अनदेखी पर आंदोलन की तैयारी

Sarath: सारठ विधानसभा क्षेत्र स्थित एसपी माइंस चितरा कोलियरी से सटे खून और बनवारी डंगाल गांव के विस्थापितों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। सालों से स्थानीय ग्रामीण और विस्थापित सड़क निर्माण और दोनों गांवों के बीच स्थित जोरिया पर चेकडैम बनाने की मांग कोलियरी प्रबंधन से कर रहे हैं। मगर प्रबंधन द्वारा अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उदासीन रवैये से विस्थापितों में आक्रोशः इसी लापरवाही और उदासीन रवैये के कारण विस्थापितों में गहरा आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं...

Jharkhand Weather Update 09-05-2024: आज भी राज्य में तेज हवाओं के साथ बिजली कड़कने का अलर्ट, 7 जिलों में भारी बारिश का अनुमान

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रांची : Jharkhand Weather के मिजाज में 9 मई के लिए सबसे अहम Update यह है कि गुरूवार को पूरे Jharkhand में मौसम का मिजाज पश्चिम बंगाल में आए काल बैसाखी के चलते बरसात वाला होने का अहसास दिलाने वाला ही बना रहेगा। काल बैसाखी के असर से Jharkhand के अधिकांश जिलों में तेज हवाओं के साथ आसमान में बिजली के कड़कने की स्थिति बनेगी। इसके लिए पूरे राज्य में येलो अलर्ट जारी हुआ है। इसके चलते अधिकांश जिलों में गुरूवार को तामपान में 1 से 3 डिग्री सेल्सियस तक का गिरावट दर्ज होने का अनुमान है।

7 जिलों भारी का येलो अलर्ट

Jharkhand Weather विभाग के रांची केंद्र के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से पश्चिम बंगाल, उड़ीसा के तटीय इलाकों से बने चक्रवाती गतिविधियों के चलते बुधवार 9 मई को Jharkhand में कहीं-कहीं गर्जन के साथ तेज हवाएं चलेंगी। इन हवाओं की गति सतह पर 30 से 40 किमी प्रतिघंटा रहने का अनुमान है। इसी के साथ अधिकांश हिस्सों में आसमान में बादलों के गरजने के साथ बिजली के कड़कने की संभावना है। Jharkhand Weather विभाग के रांची केंद्र की जारी विशेष बुलेटिन में कहा गया है कि 9 मई को रामगढ़, पूर्वी सिंहभूम, सराइकेला-खरसावां, बोकारो, धनबाद, जामताड़ा, गिरिडीह और हजारीबाग जिलों में भारी वर्षा होने का अनुमान है।

Jharkhand Weather विभाग के रांची केंद्र की जारी विशेष बुलेटिन में कहा गया है कि 9 मई को रामगढ़, पूर्वी सिंहभूम, सराइकेला-खरसावां, बोकारो, धनबाद, जामताड़ा, गिरिडीह और हजारीबाग जिलों में भारी वर्षा होने का अनुमान है।
फाइल फोटो

बदले मौसमी मिजाज में बिजली आपूर्ति और ट्रैफिक के बाधित होने की आशंका

Jharkhand Weather विभाग की ओर से 9 मई बुधवार के लिए जारी विशेष बुलेटिन में भारी वर्षा और ओलावृष्टि की प्रबल संभावना को देखते हुए जारी अलर्ट में जनसमान्य के लिए कुछ विशेष बिंदु का जिक्र किया गया है। आशंका व्यक्त की गई है कि बदले मौसमी मिजाज में जानमाल और संपत्ति के नुकसान के कुछ मामले हो सकते हैं। साथ ही बिजली आपूर्ति बाधित रह सकती है एवं परिवहन व्यवस्था भी बाधित हो सकती है। निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन सकती है। कई स्थानों पर भारी वर्षा के चलते कीचड़ की स्थिति भी बनेगी। कृषि व बागवानी फसलों के साथ पौधरोपण भी ओलावृष्टि से नुकसान पहुंचने का अंदेशा व्यक्त किया गया है।

Jharkhand में 9 मई को दिन का संभावित तापमान एकनजर में

रांची में अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापपमान 20 डिग्री सेल्सियस, खूंटी में अधिकतम 31 और न्यूनतम 21, गुमला में अधिकतम 32 और न्यूनतम 20, हजारीबाग में अधिकतम 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 20 डिग्री सेल्सियस, रामगढ़ में अधिकतम 32 और न्यूनतम 19, बोकारो में अधिकतम 32 और न्यूनतम 21, पलामू में अधिकतम 37 और न्यूनतम 22, लोहरदगा में अधिकतम 32 और न्यूनतम 20, लातेहार में अधिकतम 35 और न्यूनतम 22, गढ़वा में अधिकतम 37 और न्यूनतम 22, चतरा में अधिकतम 37 और न्यूनतम 22, कोडरमा में अधिकतम 36 और न्यूनतम 22,  देवघर में अधिकतम 34 और न्यूनतम 20, धनबाद में अधिकतम 34 और न्यूनतम 20, दुमका में अधिकतम 33 और न्यूनतम 22, गिरिडीह में अधिकतम 33 और न्यूनतम 20, गोड्डा में अधिकतम 34 और न्यूनतम 23, जामताड़ा में अधिकतम 34 और न्यूनतम 22, पाकुड़ में अधिकतम 33 और न्यूनतम 23, साहिबगंज में अधिकतम 33 और न्यूनतम 23, सिमडेगा में अधिकतम 34 और न्यूनतम 18, सराइकेला में अधिकतम 36 और न्यूनतम 20, पूर्वी सिंहभूम में अधिकतम 36 और न्यूनतम 20 एवं पश्चिमी सिंहभूम में अधिकतम 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 20 डिग्री सेल्सियस तापमान रहने का अनुमान है।

Jharkhand Weather विभाग की ओर से 9 मई बुधवार के लिए जारी विशेष बुलेटिन में भारी वर्षा और ओलावृष्टि की प्रबल संभावना को देखते हुए जारी अलर्ट में जनसमान्य के लिए कुछ विशेष बिंदु का जिक्र किया गया है।
फाइल फोटो

वज्रपात-ओलावृष्टि के दौरान बचाव के लिए जारी एडवाइजरी

Jharkhand में 9 मई को भी तेज हवाओं के साथ आसमान में बिजली कड़कने, वज्रपात और ओलावृष्टि की आशंका के मद्देनजर एडवाइजरी जारी की गई है। इसके मुताबिक, ओलावृष्टि से फसलों विशेषकर फलों और सब्जियों के तने, पत्तियों और पैदावार के प्रभावित होने की आशंका है।

एडवाइजरी में आम जनमानस को जल निकासी की व्यवस्था को सही करने को कहा गया है ताकि जलजमाव की स्थिति से बचा जा सके। साथ जल जमाव वाले इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी गई है ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी की आशंका को टाला जा सके। तैयार फल एवं सब्जियों की तुड़ाई कर किसान उन्हें सुरक्षित स्थानों पर स्टोर कर लें।

आंधी, आसमान में गर्जन और वज्रपात के दौरान लोगों को यथासंभव घर में ही बने रहने की सलाह दी गई है। इस दौरान इलेक्ट्रानिक उपकरणों, कॉर्डेड फोन आदि के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी गई है क्योंकि तारों के माध्यम से बिजली यात्रा कर सकती है और चोट या क्षति का कारण बन सकती है।

तेज हवा के झोंके से पेड़ों के गिरने और बिजली के तारों के क्षति पहुंच सकती है।

आंधी के दौरान दृश्यता कम हो सकती है। आंधी के बाद गिरे पेड़ की शाखाओँ और बिजली के लाइनों से दूर रहे क्योंकि बिजली का प्रवाह उसमें लाइव हो सकता है।

ओलावृष्टि के दौरान घर के अंदर या मजबूत वाहन में आश्रय लेना महत्वपूर्ण है। घर के बाहर रहने पर ऊंची जमीन या अलग-थलग पेड़ों से बचते हुए सुरक्षित स्थान पर आश्रय लें।

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