NEW DELHI: बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को जून 2024 तक के लिए पार्टी की कमान सौंप दी गई है. बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने जेपी नड्डा के कार्यकाल को बढ़ा दिया है.
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दूसरे दिन की बैठक में जेपी नड्डा को फिर से अध्यक्ष बनाया गया है. लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी हाईकमान ने यह निर्णय लिया है. नड्डा तीसरे ऐसे अध्यक्ष होंगे, जिन्हें दूसरी बार पार्टी की कमान मिलेगी. इससे पहले राजनाथ सिंह, लालकृष्ण आडवाणी दो या उससे अधिक कार्यकाल के लिए अध्यक्ष रह चुके हैं. मोदी कैबिनेट में मंत्री रहे जेपी नड्डा 2010 में राष्ट्रीय राजनीति में आए थे. 2014 के बाद उनका कद लगातार पार्टी में बढ़ता गया.
जेपी नड्डा – कई राज्यों में बेहतरीन परफॉरमेंस रहा एक्सटेंशन का कारण
नड्डा के नेतृत्व में बिहार और यूपी में बीजेपी ने बेहतरीन परफॉर्मेंस किया.
बिहार में 74 सीटें जीतकर बीजेपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है,
जबकि यूपी में 250 से ज्यादा सीटें जीतकर बीजेपी ने
सरकार बनाई थी. इन दोनों राज्यों में लोकसभा की कुल 120 सीटें हैं.
जेपी नड्डा 2020 में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए थे.
इसके बाद करीब 14 राज्यों में विधानसभा के चुनाव हुए हैं.
इनमें 5 राज्यों में बीजेपी अकेले दम पर सरकार बनाई,
जबकि 2 राज्यों में गठबंधन के साथ सरकार बनाने में सफल रही.
2024 चुनाव के लिए जमीन मजबूत करेंगे नड्डा
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के पहले दिन जेपी नड्डा ने सभी महासचिव और प्रभारियों से कहा कि आगामी 9 चुनाव में जीत दिलाने की दिशा में काम करें. उन्होंने कहा कि 2023 में जिन 9 राज्यों में चुनाव होने हैं, उनमें से 5 राज्यों में बीजेपी गठबंधन की सरकार है. पांचों राज्यों में बीजेपी के सामने सरकार बचाने की भी चुनौती है. वहीं 4 राज्य तेलंगाना, राजस्थान, मिजोरम और छत्तीसगढ़ में जिताने की भी चुनौती है.
नड्डा पर पार्टी ने दोबारा क्यों जताया भरोसा
जेपी नड्डा पर पार्टी ने दोबारा भरोया जताया है. इसके पीछे के कारणों के बारे में बताया जाता है कि उन्हें संगठन का भी तजुर्बा है. अध्यक्ष बनने से पहले नड्डा जम्मू-कश्मीर और यूपी के प्रभारी महासचिव रह चुके हैं. 2010 में नड्डा राष्ट्रीय राजनीति में आए थे, उस वक्त नितिन गडकरी ने उन्हें पार्टी का सचिव नियुक्त किया था.