श्रावणी मेला की पहली सोमवारी – अजगैविनाथ नगरी में शिव भक्तों ने हर हर महादेव के जयकारों के साथ शिव मंदिर के शिवालय में गंगा जल चढाते हुए की मनोकामना पुजा
सावन की पहली सोमवारी आज, अजगैबीनाथ मंदिर में उमड़ा महासैलाब
3088 डाकबम सहित 50 हजार कांवरिये गए बाबाधाम
भागलपुर : सनातन धर्म में सावन का महीना देवों के देव महादेव को समर्पित होता है, यद्यपि पूरा सावन मास भगवान शिव की पूजा जप तप और ध्यान के लिए उत्तम है, किंतु इसमें सोमवार का विशेष महत्व है।
सोमवार का दिन चंद्र का है चंद्रमा के नियंत्रक भगवान शिव है, इसलिए इस दिन पूजा करने से न केवल चंद्रमा अपितु भगवान शिव की भी कृपा होती है।
इस दिन के उपवास का भी विशेष महत्व है, स्वयं मां पार्वती ने सोलह सोमवार का उपवास रखा था सावन के हर सोमवार को महादेव की आंजना से समस्त बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
इसलिए देश पर में लोग आज के दिन सावन की पहली सोमवारी को लेकर कांवड़ियों की काफी भीड़ देखी गई खासकर महिलाएं युवक युक्तियां बच्चे बच्चियां की भीड़ उमड़ पड़ी।
सभी लोग उत्तरवाहिनी गंगा घाट घाट पर गंगा स्नान कर बाबा भोले अजगैबीनाथ के ऊपर जलाभिषेक कर अपनी-अपनी मनोकामनाएं कामना की।
श्रावणी मेला की पहली सोमवारी
वही सोमवारी को लेकर बिहार, झारखंड, बंगाल, नेपाल सहित आसपास के लाखों शिव भक्त एंव कांवरिया ने अजगैविनाथ धाम के उत्तर वाहनी गंगा घाट में हर हर महादेव, बम बम भोले के जयकारों के साथ गंगा में लगाई डुबकी।
सभी शिव भक्तों ने उत्तर वाहनी गंगा जल लेकर अजगैविनाथ मंदिर सहित अन्य जगहों के शिव के मंदिरों में स्थीत शिवलिंग पर जल चढाते हुए जीवन में सुख शांति की कामना की।
साथ ही हजारों कांवरियों ने उत्तर वाहनी गंगा जल लेकर देवघर स्थीत बैधनाथ धाम मंदिर के शिवलिंग पर जल चढाने पैदल व वाहन से बोल बम हर हर महादेव के जयकारों के साथ रवाना हुए।
इस लेकर जिला प्रशासन के निर्देश पर स्थानीय पदाधिकारियों के द्वारा जगह जगह सुरक्षा व्यवस्था, पेयजल की व्यवस्था, स्वास्थ्य शिविर की व्यवस्था सहित अन्य सुविधाएं शिव भक्त कांवरियों के लिये किया गया है।
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