लखनऊ : उत्तर प्रदेश चुनाव में लालू यादव के दामाद राहुल यादव को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने टिकट दिया है. समाजवादी पार्टी ने यहां बुलंदशहर की सिकंदराबाद सीट से राहुल यादव को उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि लालू यादव की पार्टी आरजेडी ने समाजवादी पार्टी को बिना शर्त समर्थन देने का एलान किया है.
जबकि बीजेपी ने यहां अपने विधायक विमला सोलंकी को टिकट रिपीट किया है. पार्टी ने उनपर दोबारा विश्वास जताया है. राहुल यादव का मुकाबला अब इस चुनाव में बीजेपी की विधायक विमला सोलंकी से है. ये वही विमला सोलंकी हैं जिन्होंने राहुल के पिता जितेंद्र यादव को बुरी तरह हराया था. बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद से ही जितेंद्र यादव अपने बेटे राहुल यादव के लिए इस सीट से एसपी की टिकट की जुगत में थे. इसमें लालू यादव का भी उन्हें साथ मिला और अब अखिलेश यादव ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है.
गौरतलब है कि राहुल यादव के पिता जितेंद्र सिंह कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं. लेकिन 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस चुनाव में वह बतौर कांग्रेस प्रत्याशी मैदान में उतरे थे और उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था. जितेन्द्र यादव इस सीट पर चौथे स्थान पर रहे थे. कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर बुरी तरह हारने के बाद ही उन्होंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली थी. अब उनके बेटे राहुल को पार्टी ने यहां चुनाव मैदान में उतारा है.
लालू की चौथी बेटी के पति हैं राहुल
लालू-राबड़ी की चौथी बेटी रागिनी यादव के पति राहुल यादव उस वक्त चर्चे में आए थे जब लालू-राबड़ी परिवार पर दर्ज आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में ईडी ने राहुल से भी पूछताछ की थी. दरअसल राहुल की सास राबड़ी देवी ने कहा था कि उन्होंने पटना में एक प्रापर्टी अपने दामाद राहुल यादव से एक करोड़ रुपए कर्ज लेकर खरीदे हैं. जिसके बाद ईडी ने राहुल से इस 1 करोड़ के बावत पूछताछ की थी.
2017 में भी राहुल ने लड़ा था चुनाव
राहुल यादव को 2017 में भी समाजवादी पार्टी का टिकट मिला था लेकिन वे चुनाव हार गये थे. लालू फैमिली उन्हें 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी की टिकट दिलाने की कोशिश में थे लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. राहुल यादव का मुलायम परिवार में भी संबंध हैं.
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