पटना : महात्मा गांधी की 30 जनवरी को पुण्यतिथि मनायी जाती है। कल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके तैल्यचित्र पर मल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी थी। साथ ही दो मिनट का मौन धारण किया गया था। उस समय बिहार के मुख्यमंत्री ताली बजा रहे थे, जिस पर जमकर राजनीति भी हो रही है। इस सवाल का जवाब देते हुए बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विकास मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कोई छोटा आरोप नहीं लगाते हैं वह जब भी लगाते हैं तो गंभीर आरोप लगाते हैं।
मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि महात्मा गांधी के प्रति बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह समर्पित हैं। किस तरह से उनके आदर्शों के साथ उंगलियों को अपने विकास के कार्यों में शामिल किया। ऐसे में तेजस्वी यादव खुद बताएं कि जब बिहार में उनके पिताजी की सरकार थी तब उन्होंने क्या किया। महात्मा गांधी के मूल्यों को उनके आदर्शों को बिहार के मुख्यमंत्री ने किताबों में जगह दी है। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष के द्वारा यह कहा जाना कि हम गोडसे वादी हैं, यह झूठ है। तेजस्वी यादव सिर्फ पॉलीटिकल माइलेज लेने के लिए यह सारी बातें कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जहां तक ताली बजाने की बात है। अधिकतर इस तरह के प्रोग्राम में पुलिस सिपाही रहा करते हैं। पहली बार महात्मा गांधी की शहादत दिवस समारोह में जो शहादत सलामी दी जा रही थी उसमें महिला सिपाही पूरे यूनिफॉर्म में थी। उनको देखकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ताली बजाई। मैं खुद उस प्रोग्राम में वहां मौजूद था।
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वहीं बिहार में सासाराम से कांग्रेस सांसद मनोज राम के ऊपर हुए जानलेवा हमला किया गया था। इस पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि आप किस परिस्थिति में वहां गए, वहां आपके भाई का जमीन है, स्कूल है। जिसके चारों तरफ आप रैयती जमीन पर बस लगाए हुए हैं। जिनके खेतों में अनाज लगा हुआ है उनको समस्या है। वह बार-बार अपनी समस्या को उठा रहे हैं और आप खुद चले गए। ऐसे में आपको जाने से पहले इन्फॉर्म करना चाहिए था। वहां की आम जनता किसी योजना को लेकर हल्ला नहीं कर रही थी बल्कि उनका व्यक्तिगत मामला था। ऐसे में वहां के लोग आंदोलित हो गए।
बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिल्कुल अच्छी – अशोक चौधरी
बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी उन्होंने कहा कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिल्कुल अच्छी है। आप खुद बताइए कि यह लोग जो लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठा रहे हैं। 1990 से 2005 के बीच जब उनके पिताजी और माताजी की सरकार थी तब उस समय बिहार में कोई डॉक्टर था क्या। कितने डॉक्टर का अपहरण हुआ था लोग भूल गए। किन परिस्थितियों का बिहार था। किस तरह से बिहार की सड़कों पर गाड़ी के बाहर कितने राइफल निकाले तुम्हें रहा करते थे। इस समय आप बता दीजिए की कोई भी राइफल निकाल करके घूमता हो। अब आप कैसे कर सकते हैं कि बिहार में वीडियो एंड ऑर्डर नहीं है। आज के समय कोई भी अपराधी एक सरस्वती पूजा का चंदा के लिए भी किसी बिजनेसमैन से निरंकारी नहीं ले सकते हैं।
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महीप राज की रिपोर्ट