रांची: देशभर में आपदा और युद्धकालीन स्थितियों से निपटने के लिए इस बार व्यापक स्तर पर सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देश पर यह मॉक ड्रिल 259 शहरों में कराई जाएगी, जिसमें झारखंड के छह शहर भी शामिल हैं। राज्य में यह अभ्यास रांची, जमशेदपुर, गोड्डा, साहिबगंज, बोकारो और गोमिया में होगा।
झारखंड के जिलों में तय स्थान
राज्य में रांची, जमशेदपुर, गोड्डा और साहिबगंज में एक-एक स्थान पर जबकि बोकारो जिले में दो स्थानों — बोकारो स्टील सिटी और गोमिया — में मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। हालांकि गृह मंत्रालय ने राज्यों को यह छूट दी है कि वे चाहें तो अपने स्तर पर मॉक ड्रिल के स्थानों की संख्या बढ़ा सकते हैं।
ड्रिल के दौरान ब्लैकआउट और सायरन
मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाला सायरन बजाया जाएगा। इसके बाद उस क्षेत्र में ब्लैकआउट का अभ्यास किया जाएगा, जिसमें सभी लाइटें बंद कर दी जाएंगी और नागरिकों को घरों से बाहर निकल कर सुरक्षित स्थानों या बंकरों में शरण लेने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह अभ्यास युद्ध जैसी आपात स्थिति में जान-माल के नुकसान को कम करने के लिए जरूरी बताया जा रहा है।
इनकी होगी भागीदारी
ड्रिल में स्थानीय जिला प्रशासन के साथ सिविल डिफेंस विंग, गृह रक्षा वाहिनी, एनसीसी, राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), नेहरू युवा केंद्र संगठन के सदस्य और स्कूल-कॉलेजों के विद्यार्थी सक्रिय रूप से हिस्सा लेंगे। प्रशासन की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बैठकों का दौर भी जारी है।
जारी हुई गाइडलाइन, नागरिक रहें सतर्क
ड्रिल के दौरान नागरिकों को क्या करना है, इसके लिए प्रशासन ने गाइडलाइन जारी की है।
सायरन बजते ही घबराएं नहीं, शांत रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
खुले इलाकों से हटकर नजदीकी सुरक्षित इमारत, घर या बंकर में शरण लें।
घर से बाहर हैं तो निकटतम इमारत में चले जाएं।
टीवी, रेडियो और सरकारी अलर्ट पर ध्यान दें, अफवाहों से बचें।
सोशल मीडिया या अन्य अपुष्ट श्रोतों से आने वाली खबरों पर विश्वास न करें।
संवेदनशील जिलों की सूची
गृह मंत्रालय ने जिलों को संवेदनशीलता के आधार पर तीन श्रेणियों में बांटा है।
कैटेगरी-1 में सबसे संवेदनशील जिले हैं।
कैटेगरी-2 में रांची, जमशेदपुर, बोकारो और गोमिया शामिल किए गए हैं।
कैटेगरी-3 में गोड्डा और साहिबगंज को रखा गया है।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे मॉक ड्रिल में सहयोग करें और अभ्यास को गंभीरता से लें ताकि किसी वास्तविक आपातकाल में वे सतर्क और सुरक्षित रह सकें।