झारखंड में टेंडर मैनेज का गोड्डा सांसद ने लगाया आरोप
रांची : बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने विधायकों से मिले कैश की सीबीआई जांच की मांग की है.
उन्होंने अपने ट्वीट में इनकम टैक्स और ईडी को टैग करते हुए कहा कि
केंद्रीय जांच एजेंसी को अपने हाथों में लेना चाहिए.
निशिकांत ने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार वर्तमान झारखंड सरकार ने कांग्रेस तोड़ने की साजिश रची है.
यह पैसा झारखंड में टेंडर मैनेज करने का है. कैश पकड़ने से बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हुआ है.
कांग्रेस के तीन विधायक रुपए के साथ पकड़े गये
बता दें कि नोटों से भरे फॉरच्यूनर गाड़ी पर सवार झारखंड कांग्रेस के
तीन विधायकों को शनिवार की देर शाम कोलकाता में हिरासत में लिया गया.
तीनों विधायकों में जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी, खिजरी विधायक राजेश कच्छप व
कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी शामिल हैं.
गाड़ी में चंदन कुमार व कुमार प्रतीक (इरफान के पीए) भी थे. सभी पूर्व मिदनापुर जा रहे थे.
इसी दौरान रानीहाटी मोड़ के पास हावड़ा की ग्रामीण पुलिस ने चेकिंग के दौरान गाड़ी रोकी. जांच के क्रम में नोटों से भरे बैग मिले.
तीनों विधायकों से पुलिस की पूछताछ
तीनों विधायकों से पुलिस पूछताछ कर रही है. लेकिन ये लोग सही जानकारी नहीं दे रहे हैं. मामले में आयकर टीम को भी सूचना दी गयी है. मौके पर एसपी स्वाति भंगालिया पहुंच गयी थीं. उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर रानीहाटी मोड़ पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया था. इसी दौरान झारखंड के जामताड़ा से आ रही एक गाड़ी को रोका गया. गाड़ी पर चालक सहित पांच लोग सवार थे, जिसमें तीन कांग्रेसी विधायक राजेश कच्छप, नमन विक्सल कोंगारी और इरफान अंसारी भी थे. स्वाति ने बताया कि गाड़ी के अंदर बेहिसाबी नकदी मिली है. उन्होंने कहा कि विधायकों से पूछताछ की जा रही है.
झारखंड में गरमाई राजनीति
कैश बरामदगी के बाद झारखंड में राजनीति गरमा गई है और आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गई है. इस मामले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस के विधायक पैसो के साथ पकड़े गए हैं. ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. वहीं सांसद संजय सेठ ने सवाल उठाया कि पैसो के पीछे बांग्लादेश या नेपाल का कोई कनेक्शन तो नहीं है.
स्वीकारोक्ति के मोड में कांग्रेस
मामले पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि तीन विधायकों के नोटों के साथ पकड़ाने की सूचना मिली है. तीनों विधायक ही इसका सच बता सकते हैं. अगर यह घटना सच है, तो निंदनीय और दुखद है. कांग्रेसी विधायकों से भारी मात्रा में नोट मिलने के बाद कांग्रेस स्वीकारोक्ति के मोड में आ गई है. पार्टी विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि य घटना निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है. हालांकि अभी पूरे मामले की जानकारी नहीं है. जानकारी मिलते ही आलाकमान को पूरी रिपोर्ट भेजेंगे.
झामुमो ने कांग्रेस से मांगा स्पष्टीकरण
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि तीनों विधायकों और कांग्रेस को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. बताना चाहिए कि पैसे कहां से और कैसे आए. बंगाल पुलिस से यह जानकारी ली जाएगी. वैसे झामुमो का मानना हे कि दो साल से झारखंड सरकार को अपदस्थ करने की कोशिश जारी है.
निशिकांत दुबे ने की विधायकों से मिले कैश की सीबीआई जांच की मांग
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