नालंदा : समाधान यात्रा पर निकले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से एक बड़ी मांग कर दी है. मुख्यमंत्री नीतीश ने केंद्र सरकार से मांग की है कि जिस तरह से पहले रेलवे का बजट अलग से पेश होता था उसी तरह से पेश हो. सीएम नीतीश ने पुराने दिनों को याद किया जब वे केंद्र में अटल जी की सरकार थी और वे रेल मंत्री हुआ करते थे.
अटल सरकार के दिनों का सीएम नीतीश ने किया याद
उन्होंने कहा कि जब वे रेल मंत्री हुआ करते थे तब कितने ही लोगों को नौकरी दी गई थी. रेल का जो बजट था, जब उसकी चर्चा होती थी तो रातभर हाउस चलता रहता था. जब रेल बजट पेश होता था तो उसकी चर्चा पूरे देश में होती थी. उन्होंने कहा कि हर किसी के जीवन में रेलवे का काफी महत्व है. अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में जब रेल मंत्री का दायित्व मिला तो रेलवे का जितना हो सका विकास किया. नीतीश कुमार ने कहा कि वे चाहेंगे कि पहले जिस तरह से रेल का बजट पेश होता था उसी तरह से पेश हो.
नीतीश कुमार ने मोदी सरकार को पहले की रेल बजट की दिलाई याद
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जब रेल बजट पेश होता था तब उसकी चर्चा चाहे लोकसभा के सदस्य हो या राज्यसभा के सभी सदस्य करते थे. पहले पक्ष और विपक्ष के सभी नेता इसकी चर्चा करते थे. मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिये मोदी सरकार को पहले की रेल बजट की याद दिलाई. उस समय सभी लोग रेल बजट पर काम करते थे. छह महीना पहले ही सांसद को कहा जाता था कि अपने क्षेत्र की समस्या को बताएं, और उस पर काम होता था. सीएम ने कहा कि अटल जी को हमेशा याद रखेंगे, क्योंकि उनके प्रति श्रद्धा है.
गृह जिला में सीएम ने विकास कार्यों का लिया जायजा
बता दें कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के दौरान अपने गृह जिला नालन्दा पहुंचे. जहां रहुई के सुपासनग पंचायत के उफरौल टोला व सुपासनग में विकास कार्यों का जायजा लिया. इसके साथ ही वह रहुई के ही मिर्जापुर गांव में विकास कार्यों का जायजा लिया. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के निजाय – मोगलकुआं में सड़क का भी उद्घाटन किया. इसके साथ ही टाउन हॉल में नीरा कैफे का उद्घाटन करने के बाद जीविका दीदीओं के साथ बैठक की.
रिपोर्ट: रजनीश