नई दिल्ली : लाल किले से पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि अब देश
बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो बड़ा संकल्प है.
विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए.
दूसरा प्रण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी
अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना.
तीसरी प्रण शक्ति है कि हमें हमारी विरासत पर गर्व होना चाहिए.
यही विरासत है, जिसने भारत को स्वर्णिम काल दिया था.
यह विरासत है जो समय समय पर परिवर्तन करने का सामर्थ्य रखती है.
पीएम मोदी ने कहा, चौथा प्रण है एकता और एकजुटता. 130 करोड़ देशवासियों में एकजुटता.
न कोई अपना न कोई पराया. एक भारत औऱ श्रेष्ठ भारत के लिए यह प्रण है.
पीएम मोदी ने कहा, 5वां प्रण है नागरिकों का कर्तव्य. इससे पीएम,
मुख्यमंत्री भी बाहर नहीं होता है. ये 25 सालों के संकल्प को पूरा करने के लिए हमारे प्रण हैं.
100 साल पूरे होने के लिए अभी से संकल्प लें युवा
पीएम मोदी ने युवाओं से अपील की कि वे आजादी के
100 साल पूरे होने के लिए अभी से संकल्प लें,
कि तब यह विकसित देश होगा. विकास के केंद्र में मनुष्य होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि जब देश आजादी के 100 साल पूरे कर रहा होगा,
तब युवा 50-55 साल का होगा.
2014 में नागरिकों ने मुझे जिम्मेदारी दी- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि, इस 75 साल की यात्रा में, आशाओं, आकांक्षाओं, उतार-चढ़ावों के बीच हम सभी के प्रयास से उस मुकाम तक पहुंचे जहां हम पहुंच सकते थे. 2014 में, नागरिकों ने मुझे जिम्मेदारी दी- आजादी के बाद पैदा हुए पहले व्यक्ति को लाल किले से इस देश के नागरिकों की प्रशंसा गाने का मौका मिला.
आदिवासी समुदाय को नहीं भूल सकते
पीएम ने आगे कहा, जब हम स्वतंत्रता संग्राम की बात करते हैं तो हम आदिवासी समुदाय को नहीं भूल सकते. भगवान बिरसा मुंडा, सिद्धू-कान्हू, अल्लूरी सीताराम राजू, गोविंद गुरु- ऐसे असंख्य नाम हैं जो स्वतंत्रता संग्राम की आवाज बने और आदिवासी समुदाय को मातृभूमि के लिए जीने और मरने के लिए प्रेरित किया.
आजादी का पूरा कालखंड संघर्ष में बीता
हमने बहुत कुछ झेला है. कभी आंतकवाद, कभी युद्ध, कभी अन्न का संकट हमने झेला है. आजादी का पूरा कालखंड संघर्ष में बीता है. आज हर एक बलिदानी और त्यागी को नमन करने का अवसर है. वीर सावरकर, नेताजी और अंबेदकर को याद करने का समय है. लाल किले से पीएम मोदी ने कहा कि, हर भारत गर्व से भर जाता है जब वे भारत की महिलाओं की ताकत को याद करते हैं- चाहे वह रानी लक्ष्मीबाई हो, झलकारी बाई, चेन्नम्मा, बेगम हजरत महल.
मंगल पांडे, भगत सिंह, सुखदेव का देश आभारी है
पीएम मोदी ने कहा कि, देश मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, अशफाकउल्ला खान, राम प्रसाद बिस्मिल और ब्रिटिश शासन की नींव हिलाने वाले हमारे असंख्य क्रांतिकारियों का आभारी है.
बलिदानी को नमन करने का अवसर- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि, आजादी के जंग में गुलामी का पूरा काल खंड संघर्ष में बीता है. हिंदुस्तान का कोई कोना ऐसा नहीं था जहां के लोगों ने सैकड़ों सालों तक गुलामी के खिलाफ जंग न की हो. अपनी जिंदगी न खपाई हो. आहुती न दी हो. आज हम सब देशवासियों के लिए हर महापुरुष को, त्यागी को बलिदानी को नमन करने का अवसर है. उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प लेने का अवसर है.
भारत से प्यार करने वालों को बधाई
पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि, मैं इस स्वतंत्रता दिवस पर सभी भारतीयों और भारत से प्यार करने वालों को बधाई देता हूं. नए संकल्प के साथ नई दिशा की ओर कदम बढ़ाने का दिन है.