डिजीटल डेस्क : रूसी राष्ट्रपति के निमंत्रण पर पीएम मोदी कल कज़ान दौरे पर होंगे रवाना। अपने तीसरे कार्यकाल में भी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैश्विक स्तर पर बढ़ते भारत के महत्व की निरंतरता बनाए रखने के मामले में अहम भूमिका में है।
हाल ही में आपस में युद्ध में उलझे रूस और यूक्रेन की यात्रा करके लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का नए सिरे से न्यौता मिला है।
इस बार प्रधानमंत्री मोदी के 16वें ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने को बुलाया गया है और उसी क्रम में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कज़ान की यात्रा पर रवाना होंगे।
ब्रिक्स सम्मेलन में काफी अहम हैं भारत और पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को शुरू हो रहे ताजा विदेश दौरे के बारे में सोमवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी।
भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि- ‘प्रधानमंत्री मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कल कज़ान के लिए रवाना होंगे।
ब्रिक्स के इस संस्करण का विषय है- ‘न्यायपूर्ण वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करना’।
…भारत ब्रिक्स में बहुत महत्व रखता है और इसके योगदान ने आर्थिक विकास, सतत विकास और वैश्विक शासन सुधार जैसे क्षेत्रों में ब्रिक्स के प्रयासों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है’।
ऊर्जा, खाद्य व पर्यावरण सुरक्षा, खेल और युवा मामलों में सहयोग पर होगी बात…
भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि- ‘…पिछले साल जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स के पहले विस्तार के बाद यह पहला शिखर सम्मेलन हो रहा है। …इस बार के सम्मेलन में ब्रिक्स में नए शामिल होने वाले देशों एवं ब्रिक्स देशों के बीच आपसी सहयोग पर फोकस रहेगा।
साथ ही आपसी आर्थिक सहयोग, ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देना भी सम्मेलन का अहम विषय है। इसी के साथ ही विज्ञान, स्वास्थ्य सुरक्षा, पर्यावरण सुरक्षा, संस्कृति, खेल, युवा और सिविल सोसायटी के मसले में भी आपसी सहयोग व तालमेल बढ़ाने पर जोर रहेगा’।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने किया अहम खुलासा- रूस में अब भी फंसे हैं 20 भारतीय, जल्द लौटेंगे…
इस बीच रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में रूसी सेना में बतौर सैनिक फंसे भारतीय नागरिकों मसले पर भारत चुप नहीं है। यह अपने स्तर पर सभी सक्षम मंच पर प्रभावी ढंग से उठाते हुए अपने नागरिकों को सकुशल नौटाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
इसमें भारत अभी तक काफी सफल भी रहा है और अब कुछ ही भारतीय रूस में फंसे हुए हैं। इसका खुलासा खुद भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार को किया।रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर लगातार वह गलतफहमी में फंसे भारतीयों के स्वदेश सकुशल वापसी का मुद्दा उठता रहा है।
इस बारे में भारत में भी तमाम मंच पर सवाल उठे हैं। इसी को लेकर सोमवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्थिति स्पष्ट की। भारतीय विदेश सचिव ने खुद इस बारे में मीडिया को जानकारी दी।
रूसी सेना में भारतीय नागरिकों की भर्ती पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि – ‘इस मुद्दे को उच्चतम स्तर पर उठाया गया। हमारी जानकारी के अनुसार लगभग 85 भारतीय नागरिक भारत लौट आए हैं।
कुछ लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और उनके शव लौटाए गए, जिस शव बरामद हुए हैं। हमारी जानकारी के अनुसार अभी भी रूसी सेना में लगभग 20 भारतीय नागरिक हैं, वे भी जल्द भारत लौट आएंगे’।