Desk. नागपुर में एक मनोवैज्ञानिक को पिछले 15 वर्षों में कम से कम 50 लड़कियों से कथित तौर पर बलात्कार करने और ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने आवासीय शिविरों में परामर्श प्रदान करने की आड़ में युवा लड़कियों का शोषण किया। मनोवैज्ञानिक के खिलाफ POCSO अधिनियम और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत तीन मामले दर्ज किए गए हैं।
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मनोवैज्ञानिक ने करीब 50 लड़कियों से किया दुष्कर्म
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने कहा कि आरोपी मनोवैज्ञानिक राजेश ने भंडारा और गोंदिया जैसे ग्रामीण इलाकों में व्यक्तिगत विकास शिविर आयोजित किए। इन कैंपों में वह लड़कियों के साथ बलात्कार और यौन शोषण करता था। वह पीड़ितों की स्पष्ट तस्वीरें भी लेता था और फिर उन्हें ब्लैकमेल करता था। लड़कियों की शादी हो जाने के बाद भी वह धमकी देकर उनके साथ दुष्कर्म करता था।
उन पर अपने इलाके की कई महिलाओं से छेड़छाड़ का भी आरोप है। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसमें वह महिलाओं के प्रति अनुचित व्यवहार करता दिख रहा है। इसके चलते मनोवैज्ञानिक की कई बार पिटाई भी हो चुकी थी, लेकिन उसकी हरकतों में कोई बदलाव नहीं आया। मामला तब सामने आया जब एक महिला ने बार-बार की धमकियों और दुर्व्यवहार से तंग आकर हुडकेश्वर पुलिस में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।