डिजिटल डेस्क : Champions Trophy के बाद बोले रोहित शर्मा – अफवाह ना फैलाएं, अभी संन्यास नहीं ले रहा…। बीते रविवार की रात ICC Champions Trophy को लगातार तीसरी बार जीतने के बाद भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने अपने करियर को जारी अटकलबाजियों पर विराम लगा दिया।
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अपने आलोचकों को अपने अंदाज में जवाब देते हुए रोहित शर्मा ने कहा कि – ‘…मैं वनडे प्रारूप से संन्यास लेने नहीं जा रहा हूं। ….कृपया अफवाहें मत फैलाइए। …कोई फ्यूचर प्लान नहीं है। …जो हो रहा है, वो चलता जाएगा।’
रोहित शर्मा : अलग अंदाज में खेला…
पिछले वनडे विश्व कप से आक्रामक बल्लेबाजी के अपने अंदाज के बारे में पूछने जाने पर ICC Champions Trophy विजेता भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने संयमित जवाब दिया।
रोहित शर्मा ने कहा कि – ‘…मैं स्वाभाविक रूप से ऐसा नहीं खेलता हूं लेकिन मैं ऐसा कुछ करना चाहता था। जब आप कुछ अलग करते हैं तो टीम और प्रबंधन आपके साथ होते हैं।
…जब आप कुछ अलग कर रहे होते हैं तो आपको टीम और प्रबंधन का समर्थन प्राप्त होना चाहिए। मैंने राहुल (द्रविड़) भाई और अब गौती (गंभीर) भाई से इस पर बात की। मैं ऐसा वाकई करना चाहता था।
…इतने साल मैंने अलग अंदाज में खेला है और अब हमें इससे नतीजे मिल रहे हैं। इस गहराई से मुझे खेलने की आजादी मिली और काफी मदद हुई। …जडेजा आठवें नंबर पर आ रहा है जिससे खुलकर खेलने का भरोसा मिला।’

कप्तान रोहित ने की केएल राहुल – वरुण चक्रवर्ती की तारीफ
कप्तान रोहित शर्मा ने केएल राहुल की तारीफ करते हुए कहा, ‘…बहुत मजबूत दिमाग और वह दबाव से कभी नहीं घबराता। यही वजह है कि हम उसे बीच के ओवरों में चाहते थे।
…वह बल्लेबाजी करता है तो काफी ठहराव के साथ और हालात के अनुरूप खेलता है। वह हार्दिक जैसे दूसरे बल्लेबाजों को आजादी देता है।
…9 विकेट लेने वाले वरुण चक्रवर्ती कुछ अलग है। हम इस तरह की पिचों पर खेलते हैं तो हम चाहते हैं कि बल्लेबाज कुछ अलग करे। …उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला और 5 विकेट लिये थे। उसकी गेंदबाजी कमाल की है।’

रोहित बोले – जब आप जाते हैं तो आप बेहतर स्थिति में जाना चाहते हैं…
संकेतों में कप्तान रोहित शर्मा ने कूटनीतिक अंदाज में रोचक तरीके से आगे कहा कि – ‘…यह अद्भुत रहा है, हम ऑस्ट्रेलिया के मुश्किल दौरे के बाद वापसी करना चाहते थे। अद्भुत युवाओं के साथ खेलना बहुत अच्छा लगा।

…वे भारत को सही दिशा में ले जा रहे हैं। इतने लंबे समय तक खेलने के बाद आप दबाव में खेलने के लिए उत्सुक होते हैं। खिताब जीतने के लिए पूरी टीम को अलग अलग मैच में आगे बढ़ना होता है।
…मैं इन युवाओं से बात करने की कोशिश करता हूं, अपना अनुभव साझा करने की कोशिश करता हूं। जब आप जाते हैं तो आप बेहतर स्थिति में जाना चाहते हैं। गिल, श्रेयस, राहुल ने कई प्रभावशाली पारियां खेली हैं। टीम अच्छे हाथों में है।’