रूसी हमले की बढ़ी आशंका, UNSC ने बुलाई आपात बैठक
नई दिल्ली : यूक्रेन के साथ जंग जैसे हालात हैं. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने राष्ट्र को संबोधित करते हुए एक बड़ा ऐलान किया है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के विद्रोहियों के कब्जे वाले दो प्रांतों को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देने के कानून पर साइन कर दिए.
रूस के इस फैसले से यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की पश्चिम देशों की आशंका के बीच तनाव और बढ़ेगा. राष्ट्रपति की सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद पुतिन ने यह घोषणा की और इसी के साथ मॉस्को समर्थित विद्रोहियों और यूक्रेनी बलों के बीच संघर्ष के लिए रूस के खुलकर बल और हथियार भेजने का रास्ता साफ हो गया है.
इस दस्तखत के बाद रूस की नजरों में अब लुहांस्क और डोनेस्टक स्वतंत्र देश हैं. पुतिन ने टीवी पर आकर देश को संबोधित करते हुए यह ऐलान किया. सिर्फ इतना ही नहीं पुतिन ने यूक्रेन पर बयानों से वार किया. उन्होंने यूक्रेन को राष्ट्र मानने से भी इंकार दिया. पुतिन ने दावा किया कि यूक्रेन जल्द ही परमाणु बम बनाने की तरफ बढ़ रहा है.
दरअसल राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संबोधन में कहा कि वह जल्द ही पूर्वी यूक्रेन के दो अलग-अलग क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देगा. पुतिन ने कहा कि रूस स्वघोषित गणराज्य डोनेत्स्क (Donetsk) और लुगंस्क (Lugansk) को अलग देश के रूप में मान्यता देगा.
वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन की मांग पर आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई है. यह बैठक भारतीय समयानुसार सुबह 7:30 बजे न्यूयॉर्क में शुरू होगी. सुरक्षा परिषद सदस्य के तौर पर भारत भी इस बैठक में मौजूद होगा. इस समय सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता रूस कर रहा है. वहीं रूस ने इस बैठक को ओपन डिबेट रखने के अमेरिकी आग्रह को भी स्वीकार कर लिया है.
अमेरिका की कठपुतली बन चुका है यूक्रेन- पुतिन
पुतिन का आरोप है यूक्रेन अमेरिका की कठपुतली बन चुका है. उन्होंने कहा हम इस वास्तविक खतरे को नजरअंदाज नहीं कर सकते. विशेष रूप से यह देखते हुए कि पश्चिमी संरक्षक यूक्रेन में ऐसे हथियार बनाने की सुविधा प्रदान कर सकते हैं ताकि हमारे देश के लिए एक और खतरा पैदा हो सके. हम देख रहे हैं कि किस तरह यूक्रेन की सेना को मजबूत किया जा रहा है.
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