हजारीबाग : हजारीबाग के पदमा ओपी के कदमा गांव में छापेमारी कर सहायक आयुक्त सुनील चौधरी ने एक ट्रक और 407 वाहन में छिपा कर रखा गया 12,200 लीटर स्प्रिट जब्त किया है। पुलिस से बचने के लिए सड़क किनारे खड़े ट्रकों के बीच इसे छिपाकर रखा गया था।
सहायक आयुक्त सुनील चौधरी ने बताया कि बरामद स्प्रिट का बाजार मूल्य करीब 10 लाख रुपये है। इससे आठ गुना शराब तैयार की जा सकती है। तस्कर इस स्प्रिट से 300 रुपये प्रति लीटर की दर से दो करोड़ 88 लाख रुपये की शराब तैयार करने वाले थे। वाहनों को जब्त कर चालक और मालिक दोनों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सहायक उत्पाद आयुक्त ने बताया कि पिछले तीन दिनों से इस ट्रक को पकड़ने के लिए उत्पाद विभाग की टीम सर्च अभियान चला रही थी। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे वाहन गुजरने की सूचना मिली। इसके बाद सक्रिय टीम ने एनएच 22 पर खड़े वाहनों की जांच शुरू कर दी। इसी क्रम में कदमा गांव के समीप इसे पकड़ा गया।
स्प्रिट को जांच के लिए एसएफएल भेजा जाएगा। छापेमारी में बरही प्रभारी अमित कुमार, दारोगा भुवनेश्वर कुमार, सुमितेश कुमार भी शामिल थे। बताया गया कि यह स्प्रिट उत्तर प्रदेश का है। वहां गन्ना से स्प्रिट तैयार किया जाता है। झारखंड में भी दो स्थानों पर स्प्रिट तैयार करने की फैक्ट्री है, परंतु यह यूपी की अपेक्षा मंहगा है। इसलिए तस्कर यूपी की ओर रुख करते हैं।
स्प्रिट लेकर आने वाले टैंकर से अवैध कटिंग कर इसकी बिक्री की जाती है। बताया गया कि जब्त ट्रक से उत्पाद विभाग की टीम ने एक बोर्ड बरामद किया है। इस पर जिला प्रशासन रांची, आवश्यक सेवा, राज्य खाद्य आपूर्ति निगम रांची, गेहूं चावल चतरा लिखा हुआ है। इसे भी जब्त कर लिया गया है।