Gumla: झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति रांची और स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अंतर्गत जिले के सभी माध्यमिक विद्यालयों में शुक्रवार को एचआईवी/एड्स (HIV/AIDS) जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य छात्रों को एचआईवी-एड्स और यौन संचारित संक्रमण के बारे में सही जानकारी और जागरूकता को फैलाना था।
विद्यार्थियों को दी गई महत्वपूर्ण जानकारीः
कार्यक्रम के दौरान विद्यालयों के प्रधानाचार्य और शिक्षकों ने विद्यार्थियों को बताया कि एचआईवी एक ऐसा वायरस है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है और इसके संक्रमण से एड्स रोग उत्पन्न होता है। शिक्षकों ने विद्यार्थियों को बताया कि एचआईवी संक्रमण मुख्य रूप से इन कारणों से फैलता है—
- असुरक्षित रक्त चढ़ाने से,
- असुरक्षित यौन संबंध से,
- संक्रमित सुई या ब्लेड के प्रयोग से,
- गर्भावस्था के दौरान मां से बच्चे में संक्रमण के रूप में।
बचाव और सामाजिक संवेदनशीलता पर बलः
विद्यालयों में छात्रों को बताया कि एचआईवी/एड्स से पीड़ित व्यक्ति से भेदभाव नहीं करना चाहिए। बल्कि उनके प्रति सहानुभूति, समझ और सहयोग का व्यवहार रखना चाहिए। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को एचआईवी संक्रमण से बचाव के उपाय भी बताए गए, जैसे—
- हमेशा स्वच्छ और नई सुई का प्रयोग,
- सुरक्षित रक्त परीक्षण के बाद ही रक्त चढ़ाना,
- समाज में फैली भ्रांतियों और अफवाहों से बचना
डीईओ कविता खलखो ने दी जानकारीः
गुमला की जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) कविता खलखो ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में स्वास्थ्य जागरूकता, सामाजिक जिम्मेदारी और संवेदनशीलता को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल बच्चों में सही जानकारी फैलाते हैं, बल्कि उन्हें जिम्मेदार और संवेदनशील नागरिक बनने की प्रेरणा भी देते हैं।
स्वास्थ्य जागरूकता की दिशा में सराहनीय पहलः
जिला शिक्षा विभाग, गुमला की यह पहल स्वास्थ्य संवेदनशील और जागरूक समाज निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। इस अभियान से हजारों विद्यार्थियों को एचआईवी/एड्स के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त हुई और उनमें भ्रांतियों को दूर करने और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की भावना जागी।
रिपोर्टः अमित राज
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