कृषि कानून व बढ़ती महंगाई के विरोध में सड़कों पर उतरे भारत बंद समर्थक

राजद व पटना विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं ने किया सड़क जाम

पटना : किसानों के समर्थन में महागठबंधन के नेताओं ने भारत बंद का आह्वान किया. इस दौरान राजधानी पटना के बुद्ध स्मृति पार्क के पास महागठबंधन, माले और आरजेडी के नेताओं ने सड़क को जाम कर दिया. इन लोगों ने कृषि कानून वापस लेने, बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने व निजीकरण पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं. वहीं पटना जंक्शन पर समर्थकों ने जमकर नारेबाजी भी किया. इस दौरान पटना विश्वविद्यालय के छात्र भी बंद के समर्थन में सड़क पर उतरे

राजद नेताओं ने एनएच किया जाम

मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर में किसान आंदोलन के समर्थन में राजद नेताओं ने एनएच जाम कर जमकर प्रदर्शन किया. राजद कार्यकर्ताओं ने सुबह से ही जिले के मुख्य सड़क समेत एनएच को जाम कर दिया. जाम के कारण वाहनों की लंबी कतार लग गई. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी हुई.

बंद समर्थकों ने एनएच-19 को जाम कर किया विरोध

हाजीपुर : केंद्रीय कृषि कानून बनने के 1 वर्ष पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा के अगुवाई में 40 किसान संगठनों द्वारा आज भारत बंद किया जा रहा है. केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ अपने आंदोलन को धार देने के लिए किसान संगठनों सोमवार को अहले सुबह से ही सड़को पर उतर आए है. किसान के इस भारत बंद को बिहार में महागठबंधन का समर्थन मिला है जिस कारण हाजीपुर में सुबह से ही महागठबंधन के कार्यकर्ता एनएच-19 पर टायर जलाकर यातायात पूरी तरह से ठप कर दिया है.

राजद कार्यकर्ता अहले सुबह से ही सड़क पर उतर कर सभी प्रतिष्ठानों को बंद कराया. राजद विधायक मुकेश रोशन की अगुवाई में हाजीपुर के रामाशीष चौक पर टायर जलाकर एनएच-19 को जाम कर दिया गया, जिस कारण हाजीपुर होकर मुजफ्फरपुर, छपरा, पटना जाने वाली सड़कों पर यातायात पूरी तरह से बाधित हो गई. किसानों के समर्थन में सड़क पर उतरे राजद कार्यकर्ता केंद्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. राजद विधायक मुकेश रोशन ने बंद के दौरान माथे पर केला लेकर प्रदर्शन करते नजर आए और सड़क पर टायर जलाकर यातायात को पूरी तरह से ठप कर दिया.

हाजीपुर में एनएच-19 पर युवा राजद के कार्यकर्ता जगह-जगह सड़क जाम कर बिहार सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान राजद विधायक मुकेश रौशन ने कहा कि किसान विरोधी सरकार केंद्रीय कृषि बिल को जल्द से जल्द वापस ले, नहीं तो किसानों के समर्थन में महागठबंधन आंदोलन को और तेज करेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है और किसान के विरोध में लाया गया यह केन्द्रीय कृषि कानून है. किसान आज मर रहे हैं. महागठबंधन किसान के समर्थन में आज सड़क पर उतरे हैं और किसान के भारत बंद को सफल बनाने के लिए महागठबंधन के कार्यकर्ता जगह-जगह सड़क जाम किए हुए हैं.

समर्थकों ने कृषि कानून को किसान विरोधी बता किया भारत बंद

कटिहार : केंद्र के कृषि कानून के विरोध में विपक्ष और ट्रेड यूनियन के भारत बंद का कटिहार में भी असर देखने को मिला. कटिहार के शहीद चौक को जाम कर कार्यकर्ताओ ने केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की. वहीं कृषि कानून को किसान विरोधी और काला कानून बताते हुए इसे सरकार की तानाशाही करार दिया. समर्थकों ने केंद्र सरकार से इसे वापस लेने की मांग की है. कटिहार के शहीद चौक पर ट्रेड यूनियन, राजद, कांग्रेस जन अधिकार पार्टी, सीपीआई एम सहित अन्य नेताओं द्वारा मुख्य सड़क को जाम कर देने से यातायात भी प्रभावित हुए.

भारत बंद के समर्थन सड़क पर उतरे युवा कांग्रेसी

सीतामढ़ी : कृषि विरोधी तीन काले कानूनों को अविलंब रद्द करने, एमएसपी को कानूनी दर्जा देने और बिजली बिल कानून 2020 वापस लेने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने भारत बंद किया. भारत बंद के समर्थन में सीतामढ़ी जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष मो. शम्स शाहनवाज के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता सड़क पर उतरे. प्रदर्शनकारी किसान विरोधी नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद, कृषि विरोधी कानून वापस लो का नारा लगाया.

युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष शम्स शाहनवाज ने कहा कि पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार खेती-किसानी को निजी हाथों में सौंपना चाहती है, जिसे देश बर्दाश्त नहीं करेगा. कृषि विरोधी काले कानूनों को वापस लेना होगा.

विरोध-प्रदर्शन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता सीताराम झा, प्रमोद कुमार नील, अफ़रोज़ आलम, वैदेही शरण यादव, नीतीश कुमार, सतीश कुमार, मक़सूद आलम, मो. अब्दुल्लाह, उपेंद्र शर्मा, सरयुग साह, राजेश कुमार, वीरेंद्र कुमार, निज़ामुद्दीन अंसारी, राहुल सिंह, अरुण कुमार, रंजीत कुमार, संजीव कुमार, मेराज अंसारी, सोनू कुमार, मो.अली राईन आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे.

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