प्रैक्टिकल का मार्क्स नहीं देने पर शिक्षक की पेड़ से बांध कर पिटाई

Dumka-आम के पेड़ से बांधकर शिक्षक की पिटाई-

गोपीकंदर अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय के छात्रों द्वारा

सहायक शिक्षक कुमार सुमन और लिपिक सोने राम चौड़े को

आम के पेड़ से बांधकर पिटाई करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है.

हालांकि, स्थानीय लोगों की पहल से दोनों को कुछ देर बाद ही खोल दिया गया.

जिसके बाद कुमार सुमन ने गोपीकंदर पहुंचकर अपना इलाज करवाया.

शिक्षक की पिटाई की खबर मिलते सक्रिय हुआ प्रशासन

मामले की जानकारी मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी अनंत कुमार झा,

थाना प्रभारी नित्यानंद भोक्त और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुरेंद्र हेंब्रम विद्यालय पहुंचें.

उनके द्वारा मामले की जांच शुरु कर दी गयी है.

प्रधानाचार्य रामदेव प्रसाद केशरी और अन्य कर्मियों से बारी बारी कर पूछताछ की जा रही है.

पुलिस ने छात्रावास में  भी छापेमारी की है. जहां से 10 एंड्राइड मोबाइल छात्रों के पास से बरामद किया गया है.

जांच टीम ने छात्रों को दी जाने वाली भोजन की भी जांच की इसमें गड़बड़ी पाई गई है.

शिक्षक की पिटाई मामले में छात्रों का आरोप

छात्रों का आरोप है कि विद्यालय के द्वारा उन्हे प्रैक्टिकल का नंबर नहीं दिया गया.

जिसके कारण नौवीं कक्षा के 111 छात्र असफल घोषित कर दिये गयें.

कक्षा नौवीं के छात्रों ने बताया कि 36 छात्रों ने नौवीं बोर्ड की परीक्षा लिखी थी.

जिसका बीते शनिवार को रिजल्ट आया जिसमें 11 छात्रों का 2 विषयों में बी ग्रेड आया है.

 इस मामले में छात्र के द्वारा प्राचार्य रामदेव प्रसाद केशरी से शिकायत की गयी थी.

लेकिन प्राचार्य के द्वारा छात्रों को यह जानकारी दी गयी कि

यह पूर्व प्राचार्य कुमार सुमन की ओर से किया गया है.

मार्कस उनके द्वारा ही दिया गया है. इस बारे में उनके पास कोई जानकारी नहीं है.

इसके बाद छात्र एक बार फिर से कुमार सुमन से मिलने पहुंचे.

छात्रों की शिकायत को अनसुना कर रहा था शिक्षक

लेकिन कुमार सुमन ने छात्रों को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया.

साथ ही लिपिक राम चौड़े ने भी छात्रों को उनका अंक दिखलाने से इंकार कर दिया.

इसके बाद छात्रों ने अपना आपा खो दिया और

कुमार सुमन के साथ हाथापाई करते हुए उन्हें विद्यालय परिसर स्थित आम के पेड़ से बांध कर पिटाई करने लगे.  

फिलहाल कुमार सुमन सहायक शिक्षक के रुप में कार्यरत है

पहले भी जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने का आरोपी है शिक्षक

आपको बता दें कि 5 अप्रैल 2022 को तत्कालीन प्राचार्य कुमार सुमन को प्राचार्य के पद से हटा दिया गया था.

तब छात्रों ने कुमार सुमन के खिलाफ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने और खराब खाना देने की शिकायत की थी.

इस संबंध में छात्रों की ओर से गोपीकांदर थाना में एक आवदेन भी सौंपा गया था.

तब कुमार सुमन के खिलाफ 504 आईपीसी और एसटी एससी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज किया गया था

रिपोर्टर:-आशीष बर्नवाल

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