Chaibasa: Thalassemia children HIV case: जिले में थैलेसीमिया ग्रस्त बच्चों को एचआईवी (HIV) संक्रमित खून चढ़ाए जाने के मामले ने पूरे स्वास्थ्य विभाग को हिला कर रख दिया है। इसी सिलसिले में स्वास्थ्य विभाग की विशेष सचिव डॉ. नेहा अरोड़ा के नेतृत्व में गठित उच्च स्तरीय जांच कमिटी चाईबासा सदर अस्पताल पहुंची।
Thalassemia children HIV case: टीम ने शुरू की जांचः
जानकारी के अनुसार यह कमिटी सीधे ब्लड बैंक पहुंची और वहां की कार्यप्रणाली, ब्लड सैंपल रिकॉर्ड, स्टोरेज सिस्टम और संक्रमण नियंत्रण प्रक्रियाओं की गहन जांच-पड़ताल कर रही है। बताया जा रहा है कि समिति ने अस्पताल प्रबंधन, ब्लड बैंक अधिकारियों, तकनीशियनों सहित संबंधित चिकित्सकों से विस्तृत पूछताछ भी की।
Thalassemia children HIV case: किस मामले में हो रही जांचः
पिछले सप्ताह चाईबासा सदर अस्पताल में इलाजरत थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों में से कुछ के HIV संक्रमित पाए जाने की पुष्टि हुई थी। प्रारंभिक जांच में यह संदेह जताया गया कि संक्रमित रक्त (blood transfusion) के जरिए वायरस बच्चों तक पहुंचा हो सकता है। इस घटना के सामने आने के बाद परिजनों में भारी आक्रोश और दहशत फैल गई थी।
Thalassemia children HIV case: उच्च स्तरीय जांच कमिटी की भूमिकाः
झारखंड सरकार ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए 6 सदस्यीय जांच कमिटी गठित की है। जिसकी अगुवाई स्वास्थ्य विभाग की विशेष सचिव डॉ. नेहा अरोड़ा कर रही हैं। यह कमिटी सात दिनों के भीतर अपनी तथ्यात्मक रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी। जानकारी के अनुसार टीम यह भी जांच कर रही है कि ब्लड बैंक में ब्लड स्क्रीनिंग की प्रक्रिया सही तरीके से हो रही थी या नहीं, संक्रमित रक्त कहां से आया और किस स्तर पर लापरवाही हुई और क्या ब्लड डोनर की जांच रिपोर्ट फर्जी या अधूरी थी।
Thalassemia children HIV case: प्रशासन में मचा हड़कंपः
इस घटना ने पूरे पश्चिमी सिंहभूम जिला स्वास्थ्य तंत्र में हड़कंप मचा दिया है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि जांच रिपोर्ट के बाद दोषी पाए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान सदर अस्पताल चाईबासा के सिविल सर्जन, ब्लड बैंक प्रभारी, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे।
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