गयाजी : गयाजी में बीते मंगलवार की सुबह मुफस्सिल थाना पुलिस और मझौली के सरपंच दीपू यादव के बीच हुई मारपीट ने इलाके में सनसनी फैला दी। पुलिस ने बुधवार को एसआई अशोक कुमार की शिकायत पर सरपंच समेत 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। इस घटनाक्रम का वीडियो भी सामने आया है। एसआई अशोक कुमार के मुताबिक, वे बालू माफिया की सूचना देने वालों की तलाश में मंझोली पहुंचे थे। वहां एक व्यक्ति से नाम-पता पूछने पर वह भड़क गया। कहासुनी बढ़ने पर सरपंच दीपू यादव और उनके समर्थकों ने पुलिस पर हमला कर दिया। एसआई ने दावा किया कि आत्मरक्षा में उन्होंने रिवाल्वर निकाली, जिसके बाद हमलावर भाग खड़े हुए।
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सरपंच दीपू यादव ने इस घटना को पुलिस का अन्याय करार दिया
सरपंच दीपू यादव ने इस घटना को पुलिस का अन्याय करार दिया। उन्होंने कहा कि हम जनप्रतिनिधि हैं और बालू माफिया से हमारा कोई संबंध नहीं है। पुलिस जबरन हमें गाड़ी में बैठाने की कोशिश कर रही थी। हमारे विरोध के बावजूद, हमें बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। उनके समर्थक दिनेश यादव ने कहा कि पुलिस को सरपंच को थाने बुलाकर पूछताछ करनी चाहिए थी न कि सरेआम गाड़ी में बैठाने की कोशिश। गोमल यादव ने बताया कि घटना के समय पुलिस ने वीडियो बनाना शुरू किया। इसके जवाब में जब ग्रामीणों ने भी वीडियो बनाया तो पुलिस भड़क गई।
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पुलिस का जो वीडियो मीडिया में जारी हुआ है, वह अधूरा है
सरपंच ने दावा किया कि पुलिस का जो वीडियो मीडिया में जारी हुआ है, वह अधूरा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिसकर्मी चेन और मोबाइल अपने परिचित को दे रहा है। लेकिन पुलिस ने इसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया। हमारे पास पूरी घटना का वीडियो है, जो सच्चाई को उजागर करेगा। सरपंच ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि हम दोषी साबित होते हैं, तो सजा भुगतने को तैयार हैं। लेकिन यदि आरोप गलत पाए गए तो दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए नहीं तो हम आंदोलन का सहारा लेंगे।
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आशीष कुमार की रिपोर्ट