Pakur: लिट्टीपाड़ा में फाइलेरिया की दवा खाने से स्कूली बच्चों की तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि लिट्टीपाड़ा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय झेनागड़िया के बच्चों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने से एक दर्जन से अधिक बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। इस पर ग्रामीण अभिभावक ने बच्चों की तबीयत बिगड़ते देख काफी हंगामा करने लगा और स्वास्थ्य कर्मियों को विद्यालय में ही बंधक बनाकर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया।
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Pakur: डॉक्टरों ने ग्रामीणों को समझाया
वहीं घटना की सूचना मिलते ही प्रभारी चिकित्सक डॉ. मुकेश बेसरा मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया कि फाइलेरिया की दवा खाने से शरीर हल्का कमजोर और उल्टी जैसा महसूस होता है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन ग्रामीण, डॉक्टर और नर्स की बात को मानने व सुनने को तैयार नहीं थे। वहीं सिविल सर्जन ने बताया कि ऐसी कोई बात नहीं है, सभी बच्चे स्वस्थ हैं।