KUDHNI: कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव के लिए आज प्रचार
का शोर थम जायेगा. पांच दिसंबर को मतदान होना है.
अंतिम दिन भी राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत लगाए हुए हैं.
इस बार बीजेपी और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है.
सौ से अधिक नेताओं की टीम कुढ़नी के गांवों में कोशिश कर रही है.
सुबह आठ बजे से देर शाम तक मतदाताओं को
गोलबंद करने में सौ से अधिक नेताओं की टीम कुढ़नी
के गांवों में कोशिश कर रही है. महागठबंधन ने तीन बार के
विधायक रहे जदयू के मनोज कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है.
जबकि बीजेपी ने पिछले चुनाव में महज सात सौ मतों से पीछे रह गये पूर्व विधायक केदार गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है. वीआइपी और ओवैसी की पार्टी के उम्मीदवार भी अपने दांव ठोंक रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने किया जीत का दावा
पटना से दिल्ली के लिए रवाना होने से पूर्व तेजस्वी यादव ने कुढ़नी विधानसभा में महागठबंधन की जीत का दावा किया है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पूरी तरह आश्वस्त है कि मनोज कुशवाहा को जनता का समर्थन मिलेगा और कुढ़नी की सीट महागठबंधन के खाते में आएगी.
भूमिहार मतदाताओं का वोट सवर्णो में सबसे ज्यादा
सवर्ण जातियों में सबसे अधिक वोट भूमिहार मतदाताओं के हैं, जबकि दूसरे और तीसरे नंबर पर राजपूत और ब्राह्मण मतदाता हैं. कायस्थ मतदाताओं की संख्या करीब आठ हजार की है. इसी प्रकार वैश्य, कुशवाहा, दलित और अल्पसंख्यक मतदाताओं के लिए भी बनी टीम सक्रिय है.
सामाजिक समीकरण को साधने की कोशिश
भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में प्रदेश महामंत्री और एमएलसी देवेश कुमार ने कुढनी में कैंप किया है. प्रचार के आखिरी दिन पार्टी धुंआधार प्रचार कर रही है.. कुशवाहा मतदाताओं के बीच सम्राट चौधरी को भेजा गया है. वीआइपी ने भूमिहार बिरादरी से अपना उम्मीदवार दिया है. उसे सवर्ण मतदाताओं के साथ मल्लाह वोटरों के समर्थन की उम्मीद है. वहीं , ओवैसी की पार्टी के उम्मीदवार को अल्पसंख्यक मतदाताओं का भरोसा है.
रिपोर्ट: प्रणव
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