औरंगाबाद: एक तरफ सरकार और शिक्षा विभाग शिक्षा व्यवस्था पर एक से बढ़ कर एक उपाय कर रही है। लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक कर रही है। इसके साथ ही छात्रों को विद्यालय अधिक से अधिक आने के लिए कई अन्य योजनाएं भी चलाई जा रही है लेकिन इस बीच औरंगाबाद से एक एक मामला सामने आ रहा है जहां छात्र जर्जर विद्यालय भवन में पढ़ें को मजबूर हैं। हर वक्त खतरा सर पर मंडराता रहता है। विद्यालय में कभी भी हादसा हो सकता है।
मामला औरंगाबाद के रफीगंज प्रखंड अंतर्गत लट्टा गांव के राजकीयकृत मध्य विद्यालय की है जिसका भवन इस हालत में है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। जर्जर भवन का छत झर कर गिरते रहता है साथ ही बारिश के दौरान पूरे भवन में पानी गिरते रहता है। मामले में शिक्षिका बिंदु कुमारी ने बताया कि विद्यालय तक आने वाला रास्ता भी खराब और टूटी हुई है जिसकी वजह से बारिश के दिनों में छात्र अक्सर गिर जाते हैं। वहीं विद्यालय के प्रधानाध्यापक बवन प्रसाद ने बताया कि विद्यालय में कुल 525 हैं। विद्यालय का भवन काफी पुराना और जर्जर है।विद्यालय समय के दौरान खतरा सर मंडराता रहता है।
मामले को लेकर संबंधित वरीय पदाधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया लेकिन इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। बीते वर्ष नवंबर में गोह के विधायक ने भी इस समस्या को विधानसभा में उठाया था लेकिन तब भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि वे अभी हाल ही में तबादला के बाद औरंगाबाद आए हैं, उन्हें इस बाबत मीडिया के माध्यम से मिली है। ग्रामीण या फिर विद्यालय की तरफ से इस मामले में आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट
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