Tragic Accident Updates : उन्नाव हादसे के बाद बिहार के तीन डीएम से लगातार संपर्क में है यूपी सरकार, सीएम नीतीश ने भी हादसे का लिया संज्ञान

यूपी के उन्नाव जिले में बुधवार सुबह साढ़े पांच बजे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हादसे का शिकार हुई स्लीपर बस बिहार के सबसे छोटे जिले शिवहर से लोगों को सपनों की मंजिल दिल्ली तक ले जाने वाली थी, लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था।

पटना / उन्नाव : Tragic Accident Updates : उन्नाव हादसे के बाद बिहार के तीन डीएम से लगातार संपर्क में है यूपी सरकार, सीएम नीतीश ने भी हादसे का लिया संज्ञान। यूपी के उन्नाव जिले में बुधवार सुबह साढ़े पांच बजे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हादसे का शिकार हुई स्लीपर बस बिहार के सबसे छोटे जिले शिवहर से लोगों को सपनों की मंजिल दिल्ली तक ले जाने वाली थी, लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था। अब बिहार के तीन जिलों में चीत्कार मची हुई है। मृतकों के घरों, गांवों और आसपास के इलाके में मातम पसर गया है। बिहार के उन तीन जिलों के डीएम से यूपी सरकार लगातार सीधे संपर्क में है ताकि मृतकों के शवों को उनके घरों तक सही तरीके पहुंचवाकर परिवारवालों के सुपुर्द किया जा सके। घायलों को लेकर भी लगातार यूपी सरकार बिहार के तीनों ड़ीएम को लगातार अपडेट किया जा रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस हादसे पर संज्ञान लिया और हादसे के शिकार परिवारवालों के मदद के लिए अधिकारियों को जरूरी दिशानिर्देश जारी किया है।

सीएम नीतीश कुमार ने मृतकों के परिवारों को दी सांत्वना दी, यूपी सरकार से साधा संपर्क

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यूपी के उन्नाव में बुधवार तड़के हुए हादसे पर दु:ख व्यक्त करते हुए मरने वाले लोगों के परिजनों को सांत्वना दी है। मुख्यमंत्री ने इस दुर्घटना में बिहार के रहने वाले मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली स्थित बिहार के स्थानिक आयुक्त  को निर्देश दिया है कि उत्तर प्रदेश सरकार से आवश्यक समन्वय स्थापित कर हादसे में घायल लोगों के समुचित इलाज की व्यवस्था एवं हरसंभव सहायता सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।

टैंकर से टकराने के बाद हाईवे पर कई बार पलटी थी स्लीपर बस

नमस्ते बिहार ट्रेवल्स की डबल डेकर बस हर दिन सीतामढ़ी से खुलती थी, लेकिन मंगलवार को सीतामढ़ी में पैसेंजर नहीं होने के वजह से बिहार के सबसे छोटे जिले शिवहर से खुली थी। यह बस मोतिहारी होकर दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। इसलिए, मरने वालों में शिवहर और मोतिहारी के लोगों की संख्या ज्यादा है। मोतिहारी के फेनहारा निवासी एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हुई है। यूपी के उन्नाव जिले में बुधवार सुबह साढ़े पांच बजे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर भीषण सड़क हादसे में स्लीपर बस एक टैंकर से टकराने के बाद हाईवे पर कई बार पलटी। हादसे में 18 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि इससे ज्यादा घायल हुए हैं। उन्नाव पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। उन्नाव डीएम गौरांग राठी ने कहा कि बिहार के तीन जिलों के जिलाधिकारी लगातार उनके संपर्क में हैं। शवों की शिनाख्त से लेकर उन्हें बिहार भेजे जाने तक की प्रक्रिया हो रही है।

बिहार के कई परिवारों पर टूटा सबसे बड़ा कहर

उन्नाव हादसे में मोतीहार के फेनहारा निवासी एक परिवार के छह लोगों की मौत हो गई। इनमें अशफाक (42), मोहम्मद इस्लाम (35), मुनचुन खातून (38), गुलनाज खातून (12), कमरून्निशां (30) और तीन साल के सोहैल शामिल हैं। इनकी मौत की खबर पहुंचते ही फेनहारा स्थित घर पर कोहराम मच गया। मोतिहारी एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने पूर्वी चंपारण जिले के अलग-अलग जगहों के सात लोगों की मौत की पुष्टि की है। इनमें पिपरा कोठी के मोहम्मद असलम के बेटे सलीम और शमीम, मधुबन निवासी मोहम्मद के बेटे जय सैयद, मोतिहारी के नसरुल्ला दीवान के बेटे फूल मोहम्मद, मोतिहारी निवासी विनोद के बेटे रूपेश कुमार, आदापुर निवासी मेराज आलम और मोतिहारी के बैजू कुमार की मौत की सूचना है। दूसरी ओर, शिवहर जिले के ब्लॉक रोड नगर पंचायत निवासी 27 वर्षीय दीपक कुमार और लालगढ़ छावनी मकसूदपुर करारिया निवासी 28 वर्षीय शिवदयाल पंडित की मौत की सूचना इनके घरों तक पहुंच चुकी है। शिवहर जिला के हिरम्मा थाना क्षेत्र के लालबाबू दास, रामप्रवेश कुमार दास, भरत भुषण दास, शिवहर शहर निवासी मोहम्मद सद्दाम, धनहरा निवासी नीतू और जहांगीरपुर निवासी रजनीश कुमार घायल बताए जा रहे हैं।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस हादसे पर संज्ञान लिया और हादसे के शिकार परिवारवालों के मदद के लिए अधिकारियों को जरूरी दिशानिर्देश जारी किया है।
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ड्राइवर की एक झपकी और उजड़ गए बिहार के कई परिवार

यूपी के उन्नाव में बुधवार तड़के लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे में बिहार के तीन परिवार पूरी तरह उजड़ गए हैं। इनमें दो परिवारों के 4-4 लोग और एक परिवार से मां बेटी की मौत हुई है। दिल्ली जा रही डबल डेकर इस बस में सवार दो परिवार तो पूरी तरह से खत्म हो गए हैं। इनमें एक परिवार बिहार के शिवहर जिले में हिरागा निवासी लाल बाबू दास का है तो दूसरा परिवार मुलहारी जिले में शिवोली के रहने वाले मो. शफीक का है। इन दोनों ही परिवारों के 4-4 लोग इस हादसे में मारे गए हैं। दिल्ली में रहने वाली शबाना और उनकी बेटी नगमा की मौत हुई है। उन्नाव के बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र में यह हादसा आगरा से करीब 247 किमी पहले हुआ। हादसे में डबल डेकर बस का एक हिस्सा पूरी तरह साफ हो गया है और इसी हिस्से की ओर सो रहे लोगों की मौत हो गई। इनमें 11 लोग 3 परिवारों के हैं। शिवहर जिले में हिरागा के रहने वाले लालबाबू दास का परिवार रोजी रोटी के लिए दिल्ली में रहता है। उनके बच्चे यहीं पर पढ़ाई भी करते हैं। वे लोग गर्मी की छुट्टियों में गांव गए थे और छुट्टियां खत्म होने के बाद इसी डबल डेकर बस में सवार होकर दिल्ली लौट रहे थे। हादसे में लालबाबू दास, उनके बेटे राम प्रवेश, भरत भूषण और बाबू दास की मौत हुई है। बिहार के ही मुलहारी में शिवोली की रहने वाली चांदनी का पूरा परिवार इस हादसे में मारा गया है। इस बस में चांदनी के साथ ही उनके पति शफीक, बेटा तौफीक और बहू मुन्नी सवार थीं। इन सभी की मौत हो गई है।

हादसास्थल पर बाएं साइड से उजड़ गई बिहार से दिल्ली जा रही बस

इस हादसे में बस का बायां साइड कंटेनर से टकराया है। बताया जा रहा है कि कंटेनर की स्पीड कम थी और बस की ज्यादा थी। ऐसे में कंटेनर की बॉडी को रौंदते हुए बस आधा से अधिक अंदर घुस गई। इसके चलते बस का बायां हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में बस के बाएं साइड में सवार सभी लोगों की मौत तो हुई ही है और  दाहिनी ओर नींद का झोंका ले रही सवारियां भी प्रभावित हुई। उनमें भी ज्यादातर लोगों की मौत हुई है। कहा जा रहा है कि यह संयोग ही था कि टक्कर बाएं साइड में हुआ है और यदि यही टक्कर दाहिनी साइड में होता तो मौत का आंकड़ा और भी बढ़ सकता था।

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