रांची: झारखंड में नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर ओबीसी आरक्षण के लिए ट्रिपल टेस्ट सर्वे का कार्य जारी है। रांची जिले में यह सर्वे 90 फीसदी पूरा हो चुका है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में अब भी इसकी रफ्तार धीमी बनी हुई है। अब तक शहरी इलाकों में केवल 65 फीसदी सर्वेक्षण पूरा हो सका है, जबकि नामकुम अंचल में 70 फीसदी और बुंडू प्रखंड में सर्वे का कार्य संपन्न हो चुका है।
गौरतलब है कि उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने 20 जनवरी तक सर्वेक्षण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था। सर्वे के साथ-साथ डेटा एंट्री भी करनी थी, लेकिन यह निर्धारित समयसीमा समाप्त हो गई है। सूत्रों के अनुसार, कई इलाकों में सर्वे इसलिए पूरा नहीं हो सका क्योंकि कर्मचारी लोगों के घरों तक नहीं पहुंच रहे हैं। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने अब 31 जनवरी तक सर्वे पूरा करने की नई समयसीमा निर्धारित की है।
इस बीच, राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा ने ट्रिपल टेस्ट सर्वे में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सचिव को ज्ञापन सौंपा है। मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने आरोप लगाया कि सर्वे कर्मियों को घर-घर जाकर सर्वे करना था, लेकिन वे फोन के माध्यम से जाति संबंधी जानकारी मांग रहे हैं, जिससे सही डेटा संकलन पर संदेह उत्पन्न हो रहा है।
प्रदेश महासचिव आजम अहमद ने कहा कि ट्रिपल टेस्ट तभी सफल होगा जब ओबीसी समुदाय का सर्वे घर-घर जाकर किया जाएगा। अन्यथा प्रशासन के पास सटीक आंकड़े नहीं होंगे। ज्ञापन सौंपने के दौरान दिलीप वर्मा, कमलेश चौधरी, संतोष सोनी, परवेज अहमद, मोईन अंसारी, दीनानाथ प्रसाद और इमरान आलम समेत कई लोग उपस्थित थे।