वाराणसी : Varanasi यानी पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने को लेकर दिव्यांगजनों ने खास पहल लगातार जारी है। एक के बाद कई कार्यक्रम जारी है। इसी क्रम में शुक्रवार को ‘वोट फॉर नेशन’ का नारा दिया गया। इसकी पहर शहर में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कमच्छा परिसर में कार्यक्रम भी किया गया।
‘देश निर्माण में दृष्टि नहीं, दृष्टिकोण की आवश्यकता’
भाजपा के दिव्यांग प्रकोष्ठ द्वारा, ‘दिव्यांग मतदाता सम्पर्क आभियान’ के तहत काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के शिक्षा संकाय (कमच्छा परिसर) में “वोट फॉर नेशन कार्यक्रम” का आयोजन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में दृष्टिहीन दिव्यांग छात्र एवं शिक्षा संकाय के प्राध्यापक सम्मिलित हुए तथा दिव्यांग प्रकोष्ठ द्वारा इस कार्यक्रम में अपनी सहभागिता प्रदान की । इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश दिव्यांग प्रकोष्ठ के संयोजक “दिव्यांग बंधु” डॉ. उत्तम ओझा ने कहा- ‘देश के निर्माण के लिए दृष्टि नहीं दृष्टिकोण की आवश्यकता है। हमारी नजर अगर ठीक होगी तो नजरिया भी ठीक होगा । प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत आगे बढ़ रहा है तो यह उनका ही दृष्टिकोण है’।
काशियाना फाउंडेशन के संस्थापक सुमित सिंह जी ने कहा- ‘प्रत्येक दिव्यांग के मत का उतना ही महत्व है जितना सामान्य व्यक्ति के मत का है। व्यक्ति सामान्य हो या दिव्यांग मताधिकार का प्रयोग भारत में सबको मिला है। यह एक बहुत बड़ी ताकत है और इस ताकत का उपयोग करके हम अपने अनुकूल वातावरण तैयार कर सकते हैं एवं राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं’। कार्यक्रम का संचालन गीतकार-संगीतकार आशीष सेठ ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर योगेंद्र पांडे के नेतृत्व में आशीष झा, प्रियंका, प्रीति, सुवित्रा ताइफा, मनमोहन यादव, अभय मिश्रा, गोपाल सिंह, सूरज, कैलाश, चंदन, संदीप, राजू आदि छात्रों ने प्लेकार्ड दिखाकर जनमानस से मतदान करने की अपील की।
सांकेतिक भाषा में वोट अपील – ‘बोल सुन नही सकते, कर तो सकते है…’
इसी क्रम में भाजपा के दिव्यांग प्रकोष्ठ एवं वाराणसी बधिर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में आज मूक-बधिर दिव्यांगों ने सांकेतिक भाषा में आम जनमानस से देश हित में मतदान करने की अपील की। कार्यक्रम का सूत्र था- “हम बोल नहीं सकते,मगर हम कर सकते हैं”। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुमित सिंह पहुंचे जबकि विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय संयोजक मदन मोहन वर्मा रहे। वाराणसी बधिर सोसाइटी का नेतृत्व “पिंटू कुंदु” ने किया एवं कार्यक्रम का संचालन आशीष सेठ ने किया । उन्होंने कहा कि देश में ऐसी बहुत बड़ी आबादी है जो सुन और बोल नहीं सकती उसे जागरूक करने के लिए हमने सांकेतिक भाषा का प्रयोग किया है तथा अपनी बात उनकी भाषा में समझने का प्रयत्न किया है। उन्होंने निर्वाचन आयोग एवं सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि सांकेतिक भाषा में भी प्रचार प्रसार किया जाए ताकि मूक-बधिर मतदाता भी विषय को समझ सके एवं सत प्रतिशत मतदान में अपना योगदान दे सके ।
गीत और संगीत के माध्यम से किया मतदान के लिए प्रेरित
भारतीय जनता पार्टी दिव्यांग प्रकोष्ठ की ओर से आज अपना घर आश्रम में रहने वालों के बीच में जाकर गीत और संगीत के माध्यम से मतदान के लिए प्रेरित करने का आयोजन हुआ। वक्ताओं ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र में एक त्यौहार की तरह है। पीएम ने खुद अपील की है कि हम समूह में गीत गाते हुए लोगों को जागृत करते हुए अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रेरित करें। पीएम मोदी के बताए हुए रास्ते पर दिव्यांगजन मतदान प्रतिशत को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा के क्षेत्रीय संयोजक दिव्यांग प्रकोष्ठ मदन मोहन वर्मा ने कहा कि एक-एक वोट हमारे लिए कीमती है और एक वोट से भारत में केंद्र की सरकार गिर गई थी। इसलिए हम एक-एक व्यक्ति तक जाएंगे एक-एक वोट के मतदान को प्रेरित करेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम का संयोजन डॉ. नीरज खन्ना एवं डॉ तुलसी, करुणा सिंह ने किया। फिर ‘रघुपति राघव राजा राम सब मिलकर करना मतदान’ वाले भजन पर लोग झूमते नजर आए। दिव्यांग प्रकोष्ठ की वाराणसी महानगर सहसंयोजक नमिता सिंह ने संचालन किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रदीप राजभर ने किया। अपना घर आश्रम के डॉ. निरंजन ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में सभी को मतदान की शपथ दिलाई गई।