वोकल फॉर लोकल का जलवा, धनतेरस पर भारतीय बाजार में चीन को 1.25 लाख करोड़ का झटका

धनतेरस पर भारतीय बाजारों में दिखी रौनक।

डिजीटल डेस्क : वोकल फॉर लोकल का जलवा, धनतेरस पर भारतीय बाजार में चीन को 1.25 लाख करोड़ का झटका। दीपावली के शुभारंभ के क्रम में मंगलवार को देश भर में मनाए जा रहे धनतेरस के त्योहार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल वाले अभियान ने ऐसी धूम मचाई कि पड़ोसी मुल्क चीन को औंधे मुंह गिरना पड़ा।

बाजारों में देश में बने हुए सामानों की ख़रीददारी का ट्रेंड है और इसके चलते सीधे तौर पर चीन में निर्मित सामानों की बिक्री एक झटके में बेतरह घट गई। नतीजा यह हुआ कि चीन को क़रीब 1.25 लाख करोड़ रुपये का धनतेरस पर उम्मीद के विपरीत भारतीय बाजार में नुकसान उठाना पड़ा है।

बाजारों में 20 हजार करोड़ का सोना और 2500 करोड़ की बिकी चांदी

धनतेरस पर देशभर के बाजारों में रौनक है। व्यापारियों के देसी सामानों की जोरदार बिक्री हो रही है। इसी क्रम में ने सोने-चांदी के गहनों, बर्तनों, कपड़ों, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान से लेकर वाहनों की ख़रीदारी के साथ ही मंगलवार को त्योहारी मूड में बाजार में सोने-चांदी की बिक्री में भी तेज़ी देखी गई है।

मंगलवार शाम को धनतेरस के दीप जलाने के मुहूर्त तक पूरे देश में करीब 20 हजार करोड़ रुपये का सोना और 2500 करोड़ रुपए की चांदी बिकने की पुष्टि की गई है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक इस साल धनतेरस पर लगभग 60 हज़ार करोड़ रुपये के कारोबार होने का अनुमान है।

धनतेरस पर मध्य प्रदेश में सीएम मोहन यादव वोकल फॉर लोंकल अभियान के तहत खरीददारी करते हुए।
धनतेरस पर मध्य प्रदेश में सीएम मोहन यादव वोकल फॉर लोंकल अभियान के तहत खरीददारी करते हुए।

वोकल फॉर लोकल के प्रधानमंत्री के अभियान का भारतीय बाजारों में खुलकर दिखा असर…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल अभियान का असर बाज़ारों में साफ नज़र आ रहा आ रहा है।

पीएम मोदी की सोच के अनुरूप ही कारोबारियों के संगठन कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने इस साल देश भर में व्यापारियों से अपील की थी कि वे कुम्हारों, कारीगरों और स्थानीय लोगों द्वारा बनाए गए सामान को ख़रीदकर उनकी मदद करें, ताकि वे भी दिवाली खुशी से मना सकें।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री और दिल्ली की चांदनी चौक सीट से भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल के मुताबिक, ‘सोने चांदी की खरीद में हुआ उछाल देखा गया है। धनतेरस पर देवी देवताओं की तस्वीर, बर्तन, वाहन सहित झाड़ू खरीदने का भी रिवाज है।

दीवाली के त्योहारों की श्रृंखला में मूल रूप से धनतेरस का त्योहार दिल्ली सहित देश भर के व्यापारियों के लिए व्यापार में बिक्री का एक बड़ा दिन माना जाता है। इसके लिए व्यापारियों ने देश भर में बड़ी तैयारियां की हैं। दिवाली पर वोकल फॉर लोकल का दर्शन पूरी तरह बाजारों में दिख रहा है।  बाजारों में अधिकांश वस्तुओं की खरीदारी भारतीय सामानों की ही हो रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दीवाली पर वोकल फॉर लोकल की अपील को कैट ने अपना समर्थन देते हुए देश भर के व्यापारिक संगठनों से आग्रह किया है कि वे अपने क्षेत्र की जो महिलाएं, कुम्हार व दूसरे कारीगर सहित अन्य ऐसे लोग, जो दीवाली से संबंधित सामान बना रहे हैं, उनकी बिक्री में वृद्धि करने में सहायता करें। इस अपील का मकसद, उन लोगों की खुशी को बढ़ाना है’।

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