अहमदाबादः विश्वकप के फाइनल मुकाबले में भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारतीय टीम को 6 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। इस हार के साथ ही टीम इंडिया के साथ-साथ करोड़ो भारतीयों का भी दिल टूट गया। ऑस्ट्रेलियाई टीम का यह छठा विश्वकप खिताब है। इससे पहले टीम ने सर्वाधिक 5 बार यह टाइटल जीत चुका है।
दूसरी बार फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने हराया
भारत को ऑस्ट्रेलियाई टीम ने वनडे विश्वकप के फाइनल में कुल दूसरी बार हराया है। इससे पहले 2003 में भी भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया ने 125 रन से करारी शिकस्त दी थी। भारतीय टीम की शुरुआत बहुत ही अच्छा रहा। भारतीय टीम ने 47 रनों के भीतर ही ऑस्ट्रेलिया का 3 विकेट चटका दिये थे। पर उसके बाद ट्रेविस हेड और मार्नस लबुसेन ने दीवार बनकर ऑस्ट्रेलिया की टीम को जीत दिला दी।
भारत ने 241 रनो का टारगेट दिया था
हेड ने शानदार पारी खेलते हुए 137 रनों की शतकीय पारी खेली। वहीं लबुसेन ने हेड का बखूबी साथ देते हुए 58 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली। भारत की तरफ से बुमराह ने 2 विकेट चटकाए वहीं शमी और सिराज को 1 विकेट मिला।
भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 240 रन बनाए थे। जिसमें रोहित शर्मा ने 47, विराट कोहली ने 54 और के एल राहुल ने 66 रन बनाए।