रांची: झारखंड विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि 2019 में हेमंत सोरेन की सरकार बनी। लेकिन सरकार बनने के बाद से ही विपक्ष सरकार को गिराने और अस्थिर करने की कोशिश करने लगा।
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इन चुनौतियों के बीच कोरोना महामारी आ गई मगर हेमंत सोरेन ने किसी को भी भूखा मरने नहीं दिया। राज्य के बाहर पलायन कर रहे मजदूरो को हवाई जहाज से वापस लाया। इसके बाद जब कोरोना महामारी खत्म हुई तो सरकार ने बड़े पैमाने पर काम शुरु किया।
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लेकिन फिर से ये लोग सरकार को गिराने की कोशिश करने लगे। अंततः इन लोगों ने अपनी एजेंसी द्वारा हमारे नेता हेमंत को जेल भेजकर सरकार गिरा दी गई। हम हेमंत सोरेन की सारी योजनाओं को पूरा करके दिखाएंगे। हेमंत सोरेन जनता के दिल में है। लोग उसे कैसे मिटा पाएंगे। हम हेमंत पार्ट-2 है।