Jhariya: विश्व मानव अधिकार दिवस पर अखिल भारतीय जनवादी महिला के बैनर तले जामाडोबा से अंबेडकर चौक तक बड़ी संख्या में महिलाओं ने पैदल मार्च निकाला.
इस अवसर पर महिलाओं ने सरकार विरोधी नारे लगाये और मानव अधिकारों का संज्ञान लेने की मांग की. साथ ही विधवा पेंशन, लाल कार्ड बनवाने, अनुसूचित जाति-जनजाति कानून को सख्ती से लागू करने, डायन हत्या पर रोक लगाने, महिलाओं के साथ शारीरिक-मानसिक अत्याचार पर रोक लगवाने की मांग की गई.
यहां बता दें कि 10 दिसम्बर को पूरे विश्व में मानव अधिकार दिवस मनाया जाता है. मानवधिकारों वैश्विक घोषणा संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख उपलब्धियों में से एक मानी जाती है.
मौके पर सचिव रीना पासवान ने कहा कि हर दिन महिलाओं और अनूसुचित जाति-जनजाति समुदाय के साथ दुर्व्यवहार और अत्याचार की खबरें आ रही है, डायन-विसाही के नाम पर कमजोर और वंचित समुदाय की महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है, इस पर विराम लगाने की मांग के साथ ही हम सड़क पर उतरे हैं. यदि सरकार इन मुद्दों पर ध्यान नहीं देती है तो यह विरोध मार्च सदन तक जाएगी.
रिपोर्ट- अनिल