पटना : केंद्र सरकार के महिला आरक्षण बिल पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी अपनी मंजूरी दे दी है। अब साफ है कि 33 फीसदी देश में महिलाओं को आरक्षण मिलेगा। वहीं इसी मुद्दे पर पिछले दिनों राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एक बेतुका बयान दे दिया है। उन्होंने कहा था कि यह महिला बल से फायदा सिर्फ बब कट वाली महिला और अमीर घराने की महिलाओं को मिलेगी।
अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान को लेकर विरोधी पार्टियों आरजेडी पर हमला कर रही थी। लेकिन पिछले दिनों दिए गए अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर राजद ने समर्थन किया है। राजद के बिहार प्रदेश के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि आरक्षण में ही आरक्षण की जरूरत है। इसी बात को लेकर राजद ने अपनी मांग मीडिया के जरिए केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की है।
महिला आरक्षण पर राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने जो बातें कही है वह सच और सच्चाई पर आधारित है।
एजाज अहमद ने कहा कि जबतक महिला आरक्षण में एक बड़े वर्गों को उसका हक और अधिकार नहीं मिल जाता। जिस तरह से दलित, शोषित, वंचित, पिछड़ा,अति पिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज के बड़े वर्ग को उनको अधिकार से वंचित करके भाजपा भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। यह कहीं से उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि सिद्दीकी साहब के बयान के भावार्थ को सही से समझने की जगह इस पर राजनीति कर रही है जो कहीं से उचित नहीं है। राजद हमेशा से महिलाओं के मान-सम्मान के प्रति सजग रहा है। लेकिन जब तक उन वर्गों की महिलाओ को अधिकार नहीं मिल जाता है, जो पूरी तरह से उपेक्षित है तब तक इसका कोई मतलब नहीं है।
आफताब आलम की रिपोर्ट