लैंडमाइंस विस्फोट में चार जवान गंभीर रूप से घायल
बेगूसराय : जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास शनिवार को हुई लैंडमाइंस विस्फोट की घटना में सेना के अधिकारी और बिहार के बेगूसराय जिले के लाल ऋषि रंजन शहीद हो गए. शहीद हुए लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन सिंह घर के इकलौते चिराग थे. उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही घर वालों में कोहराम मच गया. वहीं शहीद ऋषि रंजन सिंह के परिजनों से बेगूसराय के सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह मुलाकात कर सांत्वना दी.
इलाज के दौरान ऋषि की हुई मौत
बेगूसराय शहर के पिपरा मीरगंज मोहल्ले के रहने वाले व्यवसायी राजीव रंजन सिंह के इकलौते पुत्र 23 वर्षीय लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन सिंह रजौरी जिले के नौवेशरा के लाम सेक्टर में कलाल एरिया पर गश्त कर रहे थे. नियमित गश्त के दौरान नियंत्रण रेखा के पास एक लैंडमाइंस विस्फोट हो गया. इस दौरान चार जवान भी गंभीर रूप से घायल हो गए. लैंडमाइंस की चपेट में आने के बाद ऋषि को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां लेफ्टिनेंट की इलाज के दौरान मौत हो गई.
एकलौते थे ऋषि रंजन
शहीद एक भाई और दो बहन थे. तीन भाई बहनों में ऋषि दूसरे नंबर पर थे और एक महीने पहले ही उनकी पोस्टिंग कश्मीर में हुई थी. शहीद लेफ्टिनेंट की बड़ी बहन भी सेना में मेजर के पद पर कार्यरत हैं. शहीद ऋषि अपने परिवार के इकलौते पुत्र थे. उनके पिता शहर में फर्नीचर का व्यवसाय करते हैं. बेटे की शहादत की जानकारी मिलते ही घर में कोहराम मच गया और मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. घटना की सूचना मिलते ही उनके रिश्तेदार और आसपास के काफी संख्या में लोग जमा हो गए.
सभी शहीद के परिवार से मिलकर सांत्वना दे रहे हैं.
शहीद के खून का लिया जाएगा बदला: गिरिराज
शहीद ऋषि रंजन सिंह के परिजनों से बेगूसराय के सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह मुलाकात कर सांत्वना दी.
मुलाकात के बाद गिरिराज सिंह ने कहा कि परिवार और समाज ऋषि रंजन सिंह की शहादत से दुखी है.
लेकिन देश के लिए शहादत होने पर गर्व है.
मोदी सरकार में आतंकवादी हमले कम हुए हैं.
शहीद के खून का बदला लिया जाएगा.
परिजनों की मांग पर जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर से बात कर पार्थिव शरीर के आने के बारे में जानकारी लेकर परिजनों को दी.
बताया जाता है कि रजौली से पार्थिव शरीर जम्मू आएगा उसके बाद पटना और फिर बेगूसराय लाया जाएगा.
एक साल पहले आर्मी में हुए थे भर्ती
बताते चलें कि 1 साल पहले आर्मी में जॉइन किया था और एक माह पहले जम्मू-कश्मीर में पोस्टिंग हुई थी.
दो बहनों में एकलौते ऋषि की शहादत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
छोटी बहन की शादी 29 नवंबर को होनी थी जिसको लेकर 22 नवंबर को शहीद छुट्टी में घर आने वाले थे,
लेकिन इस बीच उनकी शहादत हो गई.
रिपोर्ट : सुमित