रांची:17 में से 16 ठिकानों पर ईडी की छापामारी खत्म, योगेंद्र साव के यहां से जमीन के 100 से अधिक दस्तावेज मिले
बड़कागांव की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद, उनके पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनके पारिवारिक सदस्यों व रिश्तेदारों के 17 में से 16 ठिकानों पर 12 मार्च को शुरू हुई ईडी की छापेमारी बुधवार को समाप्त हो गयी.
मामले में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी भी योगेंद्र साव के बेटे अंकित राज के ठिकानों पर ही छापामारी चल रही है, छापेमारी के दौरान योगेंद्र साव के ठिकानों से जमीन 100 से अधिक दस्तावेज मिले हैं. इसके अलावा बैंकों के सील-मुहर भी मिले हैं.
इन लोगों द्वारा बैंकों के नाम पर जलासाजी करने की आशंका जतायी जा रही है.ईडी ने बालू के अवैध काराेबार से संबंधित रजिस्टर भी जब्त किये हैं.
छापेमारी के दौरान ईडी ने 30 लाख रुपये जब्त किये हैं. इसमें से 15 लाख रुपये गोविंदपुर (धनबाद) के सीओ शशिभूषण के घर से मिले हैं, वहीं, 11 लाख रुपये योगेंद्र साव के साला मुकेश साव के घर से बरामद किये गये हैं.
ईडी ने छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन के अलावा अन्य डिजिटल डिवाइस भी जब्त की है. छापेमारी क दौरान ईडी के अधिकरी विधायक अंबा के भाई अंकित राज से बालू के अवैध करोबार को लेकर पूछताछ कर रहें है.
ईडी ने गोविंदपुर (धनबाद) के सीओ शशिभूषण सिंह के वहां छापेमारी कर 15 लाख रुपये जब्त किये हैं, इनके यहां जमीन में गड़बड़ी से संबंधित दस्तावेज भी मिले हैं.
शशिभूषण सिंह पहले सदर सीओ थे, छापेमारी के दौरान योगेंद्र के ठिकानों से जमीन से संबंधित दस्तावेज जब्त किये गये है. बताया जाता है कि अंकित राज छापेमारी शुरू होने से पहले अपने कार्यालय से कुछ दस्तावेज लेकर भाग गया.
इसके बावजूद उसके ठिकाने पर हुई छापेमारी के दौरान बालू की अवैध खरीद-बिक्री से संबंधित रजिस्टर जब्त किये गये हैं, अंकित राज या योगेंद्र के किसी पारिवारिक सदस्य के पास बालू के वैध दस्तावेज नहीं है.
दस्तावेज की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि अंकित राज पहले से बालू का अवैध कारोबार करता आ रहा है, ईडी को जांच-पड़ताल के दौरान यह भी जानकारी मिली है बालू के अवैध कारोबार को अंबा प्रसाद का संरक्षण प्राप्त था.
जिला प्रशासन द्वारा अवैध बालू लदे ट्रैक्टरों के थाना से भगा देने के आरोप में विधायक के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज है,