डिजीटल डेस्क : मेधावियों की पढ़ाई में अब नहीं आएगी कोई अड़चन, विद्यालक्ष्मी योजना में मिलेंगे सस्ते लोन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। सबसे अहम फैसला आर्थिक अभाव में उच्च शिक्षा से वंचित रह जाने वाले मेधावियों को लेकर है।
अब मेधावी बच्चों की पढ़ाई में कोई अड़चन न आए, इस मकसद से सरकार ने पीएम विद्यालक्ष्मी योजना को मंजूरी दी है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने केंद्र सरकार के फैसलों से अवगत कराते हुए इसकी जानकारी दी।
मेधावी छात्रों को मिलेंगे 10 लाख तक के सस्ते लोन
केंद्र सरकार ने पीएम विद्यालक्ष्मी योजना को मंजूरी दी है। इस योजना का मकसद है कि मेधावी छात्रों की पढ़ाई में अड़चन न आए। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पीएम विद्यालक्ष्मी योजना का लाभ एजुकेशन लोन में मिलेगा।
जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई के लिए बैंकों से 10 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण सस्ती दरों पर लिया जा सकेगा। मेधावी बच्चे बैंकों से लोन उच्च शिक्षण संस्थानों से पढ़ाई के लिए लोन ले सकेंगे। इस योजना के प्रभाव से अब पैसे की कमी के कारण बच्चों की उच्च शिक्षा में कोई अड़चन नहीं आएगी।

गारंटर मुक्त लोन पाठ्यक्रम की ट्यूशन फीस-अन्य खर्चों को कवर करेगा
शिक्षा के विस्तार को सुगम बनाने के लिए मिशन मोड तंत्र में पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के तहत मिलने वाले शिक्षा ऋण गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा संस्थान में प्रवेश लेने वाले छात्रों के पाठ्यक्रम से संबंधित ट्यूशन फीस और अन्य खर्चों की पूरी राशि को कवर करेगा। बैंकों और वित्तीय संस्थानों से समर्थन-मुक्त, गारंटर-मुक्त ऋण लिया जा सकेगा।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय 8 लाख रुपये है, उन परिवारों के छात्रों की पढ़ाई के लिए पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के तहत 10 लाख रुपये तक के ऋण पर 3% ब्याज अनुदान मिलेगा। 7.5 लाख रुपये तक के ऋण पर भारत सरकार 75% क्रेडिट गारंटी देगी। ।
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