हजारीबाग: सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 101 जोड़ों ने एक साथ विवाह बंधन में बंधकर एक नई मिसाल पेश गई है।
इस कार्यक्रम का आयोजन सांसद मनीष जायसवाल की पहल पर किया गया है, और यह आयोजन न केवल स्थानीय समाज के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक विशेष महत्व रखता है।
इस अवसर पर दूल्हे और दुल्हन, जो सजी-धजी गाड़ियों में सवार थे, हजारीबाग की सड़कों पर गाजे-बाजे के साथ बारात लेकर निकले।
बारात का काफिला 101 गाड़ियों में सवार होकर आगे बढ़ रहा था, जिसमें हर गाड़ी में एक दूल्हा और दुल्हन सवार थे। यह दृश्य लोगों के लिए एक अनोखा अनुभव था, क्योंकि हजारीबाग में इस तरह का सामूहिक विवाह आयोजन पहली बार हुआ था।
आयोजन में लगभग हजारों लोग शामिल हुए थे, जिन्होंने बारात का स्वागत किया और दूल्हे-दुल्हन के साथ इस खास दिन का हिस्सा बने।
सांसद महोदय ने इस आयोजन का नेतृत्व करते हुए गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी पहल की। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से न केवल सामाजिक समरसता बढ़ेगी, बल्कि यह उन जोड़ों के लिए एक नई शुरुआत होगी जिनके लिए यह अवसर पहले असंभव सा प्रतीत होता था।
101 जोड़ों का विवाह एक साथ कराए जाने से गरीब परिवारों के लिए यह अवसर जीवन बदलने जैसा था, और स्थानीय समुदाय ने इसे खूब सराहा।
कार्यक्रम में मौजूद लोग अपने घरों और दुकानों से बाहर निकलकर बारात का स्वागत करने के लिए सड़कों पर उमड़ पड़े थे। गाड़ियों का काफिला धीरे-धीरे आगे बढ़ता गया और पूरे इलाके में खुशी का माहौल था। लोग सड़कों पर खड़े होकर इस ऐतिहासिक दृश्य का हिस्सा बने, और पूरी बारात को बधाई देने के लिए अपने घरों के बाहर खड़े थे।
सांसद महोदय ने इस आयोजन की अहमियत को बताते हुए कहा कि यह कार्यक्रम केवल विवाह नहीं बल्कि एक सामाजिक संदेश भी है, जो सामूहिकता, एकता और समाज के सभी वर्गों के लिए समान अवसरों का संदेश देता है।
इस आयोजन को लेकर स्थानीय लोग बेहद खुश थे, और उन्होंने इसे एक सपने जैसा अनुभव बताया, जिसे उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा बड़ा आयोजन उनके इलाके में होगा।
इस ऐतिहासिक विवाह आयोजन को देखते हुए लोगों का कहना था कि हजारीबाग के विकास में इस तरह के कार्यक्रम एक नया मोड़ ला सकते हैं। कार्यक्रम का आयोजन पूरी तरह से सफल रहा और इसे एक मिसाल के रूप में देखा जा रहा है।