रांची:डीएसपीएमयू में चल रही यूजी-पीजी सेमेस्टर परीक्षा के दौरान नकल करते पकड़े गए 20 परीक्षार्थियों को निष्कासित कर दिया गया है। इनमें यूजी कला, विज्ञान और वाणिज्य (सेशन 2022-25) और पीजी (सेशन 2023-25) के छात्र शामिल हैं। गार्डिंग कर रहे शिक्षकों ने चीटिंग के प्रमाण परीक्षा विभाग को सौंपे थे, जिसके आधार पर मंगलवार को वीसी प्रो. तपन कुमार शांडिल्य की अध्यक्षता में हुई एग्जाम बोर्ड बैठक में निष्कासन का निर्णय लिया गया।
फ्लाइंग स्क्वॉड की टीम करेगी सख्त निगरानी
परीक्षा में अनुशासन बनाए रखने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने फ्लाइंग स्क्वॉड की दो टीमों का गठन किया है। मॉर्निंग शिफ्ट में डॉ. गणेश चंद्र बास्के, डॉ. जेपी शर्मा, डॉ. अनुपम कुमार, डॉ. शालिनी लाल और डॉ. नमिता लाल शामिल हैं, जबकि इवनिंग शिफ्ट की टीम में डॉ. राजेश कुमार सिंह, डॉ. पियूष बाला, डॉ. अभय सागर मिंज और डॉ. सचि संतोष बरवार रहेंगे।
सॉफ्टवेयर की खराबी से प्रमाण पत्रों में गड़बड़ी, जल्द होगी सुधार प्रक्रिया
एग्जाम बोर्ड की बैठक में प्रमाण पत्रों में हो रही त्रुटियों का मुद्दा भी उठाया गया। जांच में पता चला कि यह गड़बड़ी परीक्षा विभाग के सॉफ्टवेयर में तकनीकी खराबी के कारण हो रही थी। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए सॉफ्टवेयर एजेंसी से जल्द समाधान के निर्देश दिए हैं।
बैकलॉग छात्रों के प्रमाण पत्र पर नहीं बदलेगा सेशन
बैठक में निर्णय लिया गया कि बैकलॉग क्लियर करने वाले छात्रों के प्रमाण पत्रों पर सेशन में बदलाव नहीं होगा, बल्कि उसमें यह उल्लेख रहेगा कि उन्होंने किस सेशन के साथ परीक्षा पास की है।
पीएचडी कोर्स वर्क के फॉर्म भरने का मिलेगा अवसर
पीएचडी कोर्स वर्क की परीक्षा के लिए जिन छात्रों से किसी कारणवश फॉर्म जमा करने से चूक हो गई थी, उन्हें एक और अवसर दिया जाएगा। इस संबंध में जल्द ही आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा।
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में सभी परीक्षाओं में सख्ती बरती जाएगी और अनुशासनहीनता करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।