Giridih: झारखंड की मुख्य सचिव अलका तिवारी ने दो दिवसीय दौरे के दौरान गिरिडीह जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों का निरीक्षण कर क्षेत्र में पर्यटन विकास की संभावनाओं का गहराई से आकलन किया। उनके साथ राज्य के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू, गिरिडीह उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
दौरे के पहले दिन मुख्य सचिव ने जैन धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक पारसनाथ पहाड़ (श्री सम्मेद शिखर) का भ्रमण किया। इसके बाद उन्होंने प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर उसरी जलप्रपात और साहसिक पर्यटन की संभावना वाले खंडोली डैम का भी निरीक्षण किया।
इको-टूरिज्म और साहसिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
मुख्य सचिव ने कहा कि गिरिडीह जिला पर्यटन के क्षेत्र में आपार संभावमाओं से युक्त है और राज्य सरकार इसे विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इको-टूरिज्म, धार्मिक पर्यटन, और साहसिक पर्यटन को केंद्र में रखते हुए योजनाएं तैयार की जाएंगी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश कि पर्यटन स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं का विस्तार किया जाए। पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखा जाए और स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ा जाए।
स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा लाभ
मुख्य सचिव के इस दौरे को गिरिडीह के पर्यटन विकास की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है। इससे न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार को भी नई दिशा और गति मिलने की संभावना है।
रिपोर्टः नमन नवनीत
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