गिरिडीहः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVP) गिरिडीह के द्वारा छः सूत्री मांग को लेकर और स्नातक सेमेस्टर दो के परीक्षा परिणाम में सुधार की मांग को लेकर गिरिडीह महाविद्यालय के मेन द्वार पर तालाबंदी किया गया।
इस दौरान प्रदेश सोशल मीडिया सह प्रमुख आशीष सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् विश्व की सबसे बड़ी छात्र संगठन होने के नाते देश भर के सभी महाविद्यालय परिसर में छात्र हित के लिए हमेशा से आवाज उठाते आ रही है। नए शिक्षा नीति लागू होने पर किस विषय को किस सेमेस्टर में पढ़ना है उसकी जानकारी छात्र छात्राओं को पता नहीं है।
कुछ अंकों के कारण छात्रों को फेल कर दिया जाता है
नियमित क्लास नहीं होते हैं और जिस सब्जेक्ट को पढ़ना है उसके न ही कॉलेज में प्रोफेसर है और ना ही पुस्तकालय में किताब है। उसके बाद जब छात्र-छात्राएं अपने मेहनत से परीक्षा लिखते तो उसे दो, चार और पांच मार्क्स के लिए फेल कर दिया जाता है।
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वहीं नगर मंत्री उज्जवल तिवारी ने कहा कि छः सूत्री मांगों में पहली मांग यह है कि स्नातक सेमेस्टर दो के विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम में सुधार किया जाए। स्नाकोत्तर और स्नातक में जिस प्रकार पूर्व में नामांकन लिया जाता था उसी प्रकार लिया जाए। CUET से छात्र-छात्राओं पर आर्थिक बोझ और सेंटर आने-जाने में काफी परेशानी होता है।
परीक्षा समय पर लिया जाए
शिक्षकों की कमी को पूर्ण किया जाए। नए शिक्षा नीति लागू होने में दो वर्ष हो गया लेकिन पुस्तकालय में पुस्तक उपलब्ध नहीं है। पुस्तकें उपलब्ध करवाया जाए। बीएड में दूसरे मैथड के पेपर की पढ़ाई इसी सत्र से प्रारंभ किया जाए। परीक्षा समय पर लिया जाए और जारी किया जाए।
जनजातीय सह प्रमुख मंटू मुर्मू ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के छः सूत्री मांगों को जल्द पूरा किया जाए अन्यथा अभाविप एक सप्ताह बाद पुनः महाविद्यालय में तालाबंदी करने को बाध्य होगी।