Desk. अभिनेता अरशद वारसी, उनकी पत्नी मारिया गोरेट्टी और उनके भाई को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक साल के लिए शेयर बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है। यह कार्रवाई तब की गई है, जब सेबी ने पाया कि वे साधना ब्रॉडकास्ट लिमिटेड (अब क्रिस्टल बिजनेस सिस्टम लिमिटेड) से संबंधित स्टॉक हेरफेर मामले में शामिल थे।
सेबी ने कहा कि यह समूह साधना ब्रॉडकास्ट के शेयरों की कीमत कृत्रिम रूप से बढ़ाने की योजना का हिस्सा था, ताकि उन्हें खुदरा निवेशकों को बेचा जा सके। प्रतिबंध के साथ ही सेबी ने उन्हें 5-5 लाख रुपये का जुर्माना भरने और कुल 1.05 करोड़ रुपये का अवैध लाभ वापस करने का भी आदेश दिया है।
अरशद वारसी और उनकी पत्नी पर सेबी ने लगाया बैन
सेबी के अनुसार, अरशद वारसी और अन्य मनीष मिश्रा के साथ काम करते थे, जिन्होंने कंपनी के बारे में झूठी चर्चा फैलाने में अहम भूमिका निभाई। मिश्रा ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए भ्रामक यूट्यूब वीडियो और पेड कैंपेन का इस्तेमाल किया। सेबी को मिश्रा और वारसी के बीच व्हाट्सएप चैट भी मिली है, जिससे पता चला है कि मिश्रा ने अरशद वारसी, उनकी पत्नी और उनके भाई के बैंक खातों में 25-25 लाख रुपये ट्रांसफर करने की पेशकश की थी।
वहीं वारसी ने दावा किया कि वे शेयर ट्रेडिंग में नए हैं और जोखिम से अनभिज्ञ हैं, जबकि सेबी ने बताया कि अरशद वारसी न केवल अपने खाते से, बल्कि अपनी पत्नी और भाई के खातों से भी ट्रेडिंग कर रहे थे। उनका बयान 27 जून 2023 को दर्ज किया गया था।
सेबी ने सात लोगों को पर लगाया पांच साल का बैन
कुल मिलाकर, सेबी ने सात लोगों को पांच साल के लिए और अन्य 54 को एक साल के लिए ट्रेडिंग से प्रतिबंधित कर दिया है। सेबी ने कहा कि शेयर हेरफेर एक “पंप और डंप” योजना थी। साधना ब्रॉडकास्ट के शेयर की कीमत गलत जानकारी का उपयोग करके बढ़ाई गई थी और फिर कीमत अधिक होने पर बड़ी मात्रा में शेयर बेचे गए थे।
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